MCD By Election: दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वॉर्डों में होने जा रहे उप-चुनावों के लिए सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। आम आदमी पार्टी (आप) ने 30 नवंबर को होने वाले दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) उपचुनाव की 12 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। हालांकि, उम्मीदवारों के नामांकन की प्रक्रिया 3 नवंबर से ही शुरू हो गई थी, लेकिन अभी कांग्रेस और बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है।
इन सीटों पर होने वाले हैं चुनाव
ये सीटें इस साल की शुरुआत में खाली हुई थीं, जब 11 पार्षद दिल्ली विधानसभा के लिए विधायक चुने गए थे। वहीं, द्वारका-बी सीट 2024 से खाली है, जब पूर्व पार्षद कमलजीत सहरावत पश्चिमी दिल्ली से सांसद बनीं। जिन 12 वार्डों में उपचुनाव होंगे, उनमें ग्रेटर कैलाश, शालीमार बाग-बी, द्वारका-बी, अशोक विहार, चांदनी चौक, चांदनी महल, दिचाओं कलां, नारायणा, संगम विहार-ए, दक्षिण पुरी, मुंडका और विनोद नगर शामिल हैं।
राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, उम्मीदवार अब 10 नवंबर तक हर सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच अपने नामांकन पत्र रिटर्निंग अधिकारी को जमा कर सकते हैं। नामांकन पत्रों की जांच 12 नवंबर को होगी और उम्मीदवार 15 नवंबर तक अपना नाम वापस ले सकते हैं। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 12 वार्डों के लिए मतदान 30 नवंबर को कराया जाएगा, जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। ये सीटें इस साल की शुरुआत में खाली हुई थीं, जब 11 पार्षद विधानसभा सदस्य (एमएलए) चुने गए थे। वहीं, द्वारका-बी सीट 2024 से खाली है, जब पूर्व पार्षद कमलजीत सेहरावत पश्चिमी दिल्ली से सांसद बनी थीं।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में कुल 250 वार्ड हैं। उसी साल हुए निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) ने 134 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था, जबकि भाजपा को 104 और कांग्रेस को आठ सीटें मिली थीं। हालांकि, बाद में दलबदल और लंबे राजनीतिक व कानूनी विवादों के चलते भाजपा ने इस साल की शुरुआत में फिर से निगम पर नियंत्रण हासिल कर लिया। इस बीच, आप के कुछ बागी पार्षदों ने इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (आईवीपी) बनाकर पार्टी की स्थिति को और कमजोर कर दिया। आगामी उपचुनावों को विधानसभा चुनावों के बाद दिल्ली के राजनीतिक माहौल की पहली बड़ी परीक्षा माना जा रहा है। फिलहाल निगम में भाजपा के 116, आम आदमी पार्टी (आप) के 98, इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (आईवीपी) के 15, कांग्रेस के आठ और एक निर्दलीय पार्षद हैं। खाली हुई 12 सीटों में से नौ पहले भाजपा के पास थीं और तीन आप के पास।