एयर इंडिया विमान हादसे पर एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की शुरुआती रिपोर्ट पर पहली बार कंपनी की तरफ से आधिकारिक तौर बयान सामने आया है। एयर इंडिया CEO कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि विमान हादसे पर आई AAIB की शुरुआती रिपोर्ट में विमान या इंजन में कोई मैकेनिकल या मेंटेनेंस से जुड़ी समस्या नहीं पाई गई। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, विल्सन ने ये भी कहा कि पायलटों ने उड़ान से पहले ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट पास कर लिया था, उनकी मेडिकल कंडीशन के संबंध में कोई ओवरव्यू नहीं किया गया था।
एयर इंडिया CEO कैम्पबेल विल्सन ने लोगों से अपील की, "AAIB की शुरुआती रिपोर्ट में न तो कोई कारण बताया गया और न ही कोई सिफारिश की गई, सभी से आग्रह है कि वे समय से पहले निष्कर्ष निकालने से बचें।"
CEO ने कहा कि इस रिपोर्ट ने “मीडिया में अटकलों का एक नया दौर भी शुरू कर दिया है।” उन्होंने कहा, "ऐसी अटकलों पर ध्यान देने के बजाय, मेरा सुझाव है कि हम इस बात पर ध्यान दें कि शुरुआती रिपोर्ट में विमान या इंजन में कोई तकनीकी या रखरखाव से जुड़ी समस्या नहीं पाई गई थी, और सभी अनिवार्य मेंटेनेंस वर्क पूरे कर लिए गए थे। फ्यूल की क्वालिटी में कोई समस्या नहीं थी और टेक-ऑफ रोल में कोई खामी नहीं थी। दोनों पायलट ने अनिवार्य फ्लाइट से पहले ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट कर लिया था और उनकी मेडिकल कंडीशन को लेकर भी इसमें कुछ नहीं कहा गया है।"
एयर इंडिया के सीईओ ने कहा कि बहुत ज्यादा सावधानी बरतते हुए बेड़े में शामिल हर एक बोइंग 787 विमान की दुर्घटना के कुछ दिनों के भीतर जांच की गई और उन्हें उड़ान के लिए एकदम ठीक पाया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि हम सभी विमानों की जरूरी जांच करते रहेंगे और भविष्य में जिन नए विमानों की जांच की सिफारिश अधिकारी करेंगे, उनकी भी ऐसे ही जांच करेंगे।
एयर इंडिया के CEO का यह बयान AAIB की ओर से शनिवार को अपनी शुरुआती रिपोर्ट जारी करने के बाद आया है। अपनी रिपोर्ट में, जांच एजेंसी ने बोइंग 787-8 या GE GEnx-1B इंजन ऑपरेटर्स के खिलाफ तत्काल कोई कार्रवाई करने की सिफारिश नहीं की है।