Amitabh Kant resigns as G20 Sherpa: भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस प्रकार पब्लिक सर्विस में उनके 45 वर्ष के कैरियर का अंत हुआ। हालांकि उन्होंने अपनी अगली पारी को लेकर भी संकेत दे दिया है। अमिताभ कांत का कहना है कि नए मौकों की तलाश में और जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए ही उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। जी20 (G20) में शेरपा का मतलब हर देश के लीडर है जो राज्य और सरकार के प्रमुखों के साथ चर्चाओं और समझौतों को फाइनल शिखर सम्मेलन तक ले जाते हैं।
क्या कहा Amitabh Kant ने?
अमिताभ कांत ने जी20 शेरपा के रूप में सेवा करने के अवसर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। इसके अलावा उन्होंने अपने पने सहयोगियों और साथियों को भी धन्यवाद दिया। अब आगे की बात करें तो उन्होंने कहा कि वह देश के विकास के सफर से जुड़ रहने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश एंटरप्राइजेज, स्टार्टअप, थिंक टैंक और एकेडमिक इंस्टीट्यूशंस को सपोर्ट देने की ताकि विकसित भारत के सफर में अपना योगदान कर सकें।
NITI Aayog के सीईओ भी रह चुके हैं अमिताभ कांत
अमिताभ कांत 1980 बैच के केरल कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं। जी20 शेरपा बनने से पहले वह देश के पॉलिसी थिंक टैंक नीति आयोग के वर्ष 2016 से वर्ष 2022 तक सीईओ थे। नीति आयोग में उन्होंने समावेशी और टिकाऊ विकास को लेकर कई अहम कदम उठाए। उन्होंने मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, इनक्रेडिबल इंडिया (अतुल्य भारत) और एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स प्रोग्राम जैसे अभियानों को शुरू करने और उन्हें आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नीति आयोग में अपने कार्यकाल के दौरान अमिताभ कांत ने नेशनल मल्टीडाइमेंशनल पावर्टी इंडेक्स, भारत के एसडीजी इंडेक्स, बिहैवियरल इनसाइट्स यूनिट और नेशनल मिशन ऑन ट्रांसफॉर्मेटिव मोबिलिटी का नेतृत्व किया। जी20 शेरपा के रूप में अमिताभ कांत ने भारत का प्रतिनिधित्व किया जब देश ने जी20 की अध्यक्षता संभाली और वर्ष 2023 के जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की।