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Bengaluru Stampede: 'डेस्क पर उसका लैपटॉप है पर वो नहीं है' ऑफिस से हाफ डे लेकर बिना पास के स्टेडियम गई इंजीनियर देवी, भगदड़ में हो गई मौत

Chinnaswamy Stadium Stampede: देवी विराट कोहली की फैन थीं और ऑनलाइन एंट्री नहीं मिलने के बाद भी वह चिन्नास्वामी स्टेडियम में टीम और अपने पसंदीदा खिलाड़ी को देखने जाना चाहती थी। स्टेडियम में पास मिलने की उम्मीद में देवी ने अपना लैपटॉप और बैग ऑफिस में अपनी डेस्क पर ही छोड़ दिया। मेट्रो में सवार होते ही उसने अपने एक दोस्त को मैसेज किया कि वह आ रही है

अपडेटेड Jun 05, 2025 पर 1:25 PM
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Bengaluru Stampede: दोपहर 3.30 बजे के आसपास चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर अचानक काफी ज्यादा बढ़ गई

बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ में मरने वाले 11 लोगों में देवी भी शामिल थीं, जो रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की बहुत बड़ी फैन थीं और कथित तौर पर अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थीं। TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु की रहने वाली यह टेक एक्सपर्ट दोपहर करीब 2.30 बजे आधे दिन की छुट्टी लेकर अपनी शिफ्ट के बीच में ही स्टेडियम चली गई थी, लेकिन किसी को क्या पता था वो अब वापस कभी लौट कर नहीं आएगी।

उनके कुछ मित्रों ने टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) को बताया कि देवी विराट कोहली की फैन थीं और ऑनलाइन एंट्री नहीं मिलने के बाद भी वह चिन्नास्वामी स्टेडियम में टीम और अपने पसंदीदा खिलाड़ी को देखने जाना चाहती थी।

दोस्त को किया आखिरी मैसेज


स्टेडियम में पास मिलने की उम्मीद में देवी ने अपना लैपटॉप और बैग ऑफिस में अपनी डेस्क पर ही छोड़ दिया। मेट्रो में सवार होते ही उसने अपने एक दोस्त को मैसेज किया कि वह आ रही है और यही उसका आखिरी मैसेज था।

TOI ने देवी के एक साथ काम करने वाले के हवाले से बताया, "उसका लैपटॉप अभी भी टेबल पर है, उसका बैग यहीं है, लेकिन वो वहां नहीं है।"

सहकर्मी ने यह भी कहा कि उन्हें देवी की मौत के बारे में तब पता चला जब उन्हें एक अस्पताल से फोन आया। उन्होंने कहा कि उन्होंने अभी तक यह खबर उसके माता-पिता को नहीं दी है।

'हमारे जैसे फैंस के लिए यह भयानक दिन था'

भगदड़ के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम (Chinnaswamy Stadium)  के बाहर मौजूद एक और RCB समर्थक ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि आखिर क्या गलत हुआ।

अपने कुछ दोस्तों के साथ आए PG के छात्र प्रशांत शेट्टी ने कहा, "हम अपने स्टार्स को देखने आए थे। मैंने समारोह के लिए टिकट खरीदे, लेकिन मैं स्टेडियम में एंट्री भी नहीं कर पाया। पुलिस ने अचानक सभी सड़कें बंद कर दीं और कार्यक्रम स्थल के सभी एंट्री गेट बंद कर दिए, और अचानक उन्होंने मेन गेट के पास लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया।"

उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि हमने क्या गलत किया। हमें समारोह में आमंत्रित किया गया, टिकट खरीदे गए, लेकिन आखिर में हमें पीटा गया और गाली दी गई। हमारे जैसे फैंस के लिए यह भयानक दिन था।"

इस बीच, सरकार ने घटना के कुछ घंटों बाद मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की।

जश्न का दिन शोक का दिन बन गया, जब टीम की IPL जीत की पार्टी में शामिल होने के लिए मची भगदड़ में 11 फैंस की मौत हो गई। अफरा-तफरी के बाद टीम के घायल 33 फैंन को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

भीड़ बढ़ती गई हालात बिगड़ते गए!

न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, जल्दबाजी में आयोजित किए गए इस इवेंट के टिकटें तुरंत बिक गईं, लेकिन फैंस गेट 12, 13 (मेन गेट) और 10 (क्लब हाउस एंट्री गेट) पर जमा हो गए और उन्हें कंट्रोल करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी।

दोपहर 3.30 बजे के आसपास यह संख्या अचानक काफी ज्यादा बढ़ गई, और इसके कारण पुलिस और स्टेडियम के सुरक्षा अधिकारियों को सभी गेट बंद करने पड़े, ताकि वैलिड टिकट वालों के साथ बिना टिकट वाले लोग भी अंदर न घुस सकें।

शाम करीब 4.30 बजे, पास के कब्बन पार्क मेट्रो स्टेशन से और भी लोग आ गए, जिससे स्थिति और बिगड़ गई और पुलिस को भारी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

कई टिकट होल्डर्स के पास वैन्यू से वापस लौटने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। हालांकि, वे खुशनशीब थे कि भगदड़ में वे सुरक्षित बच गए।

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