पूर्व मध्य रेलवे ने बिहार के यात्रियों के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया है। क्षेत्रीय यात्रियों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने 18 ट्रेनों के रूट और स्टॉपेज में बदलाव किया है। अब कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का विस्तार आरा और सहरसा तक कर दिया गया है, जिससे राजधानी पटना पर निर्भरता कम होगी और यात्रियों को सीधा सफर करने की सुविधा मिलेगी। इन बदलावों के जरिए लंबी दूरी की यात्राओं में समय की बचत होगी और यात्रा अधिक आरामदायक बनेगी। विशेष रूप से भोजपुर, सीमांचल और उत्तर बिहार के यात्रियों के लिए ये बड़ी राहत है।
आरा और सहरसा से अब कई लंबी दूरी की ट्रेनों का सीधा कनेक्शन मिलेगा, जिससे टिकट बुकिंग और यात्रा की योजना बनाना भी आसान होगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ये बदलाव यात्रियों की सुविधा और बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेंगे।
आरा से जयनगर और कोलकाता तक सीधी ट्रेन
12 सितंबर 2025 से जयनगर–दानापुर–आरा इंटरसिटी एक्सप्रेस (13225/13226) सीधे आरा से जयनगर तक जाएगी। इतना ही नहीं, कोलकाता–पटना–आरा गरीब रथ एक्सप्रेस (13127/13128) भी अब आरा तक पहुंचेगी। इसके साथ आरा–राजेंद्र नगर–न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस (13245) और आरा–राजेंद्र नगर–कामाख्या कैपिटल एक्सप्रेस (13248) को भी आरा से शुरू करने का फैसला लिया गया है।
कामाख्या से आरा तक नई सुविधा
कामाख्या–राजेंद्र नगर कैपिटल एक्सप्रेस (13247) अब सीधे आरा तक जाएगी और 14 सितंबर से 13248 नंबर की ट्रेन आरा से रवाना होगी। इससे भोजपुर जिले के यात्रियों को पहले पटना जाने की झंझट से राहत मिलेगी और उनका समय भी बचेगा।
सहरसा के यात्रियों के लिए खुशखबरी
सहरसा के लिए नरपतगंज–सहरसा–अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस (14603/14604) और अहमदाबाद–बरौनी–सहरसा एक्सप्रेस (19483/19484) को बढ़ा दिया गया है। साथ ही बेंगलुरु से चलने वाली ट्रेन (22351/22352) भी अब सहरसा तक जाएगी। ये बदलाव सीमांचल क्षेत्र के यात्रियों के लिए बड़ी राहत है।
सुपौल और कोडरमा के लिए नई कनेक्टिविटी
सुपौल–दानापुर–पुणे सुपरफास्ट एक्सप्रेस (11401/11402) और दानापुर–राजगीर–कोडरमा एक्सप्रेस (13234/13233) का विस्तार भी कर दिया गया है। इससे सुपौल और कोडरमा के यात्रियों को लंबी दूरी की यात्रा के लिए बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
आरा बन रहा है नया रेलवे हब
इन फैसलों के बाद आरा एक बड़े रेलवे हब के रूप में उभर रहा है। आरा और सहरसा से सीधे लंबी दूरी की ट्रेनों का कनेक्शन मिलने से यात्रियों का सफर आसान होगा और पटना पर ट्रैफिक का दबाव भी घटेगा।