बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी बयानबाजी लगातार तेज होती जा रही है। NDA और महागठबंधन के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार (25 अक्टूबर) को RJD के विधान परिषद सदस्य (MLC) कारी शोएब ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनती है, तो वे मौजूदा सरकार के सभी बिल फाड़ देंगे। इस पर केंद्रीय मंत्री और HAM (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने पलटवार किया है।
दरअसल, शनिवार को खगड़िया जिले के गोगरी में तेजस्वी यादव की एक जनसभा आयोजित की गई थी। इस दौरान मंच पर मौजूद RJD के MLC कारी शोएब ने बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते हैं, तो मौजूदा सरकार के सभी बिल फाड़ देंगे, चाहे वो वक्फ कानून हो या कोई और। कारी शोएब का यह बयान अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कारी शोएब के इस बयान पर जीतन राम मांझी ने कहा, "हम कहते है कि हमारी सरकार बनी तो चंद्रमा को पृथ्वी पर ले आएंगे, तो क्या यह संभव है? इनसे कुछ होने वाला नहीं है, तो आएं बाएं चकराएं कुछ भी बोलते हैं ये लोग"
मांझी ने आगे कहा कि बिहार की जनता सबकुछ जानती है। उन्होंने कहा, "2005 से पहले लालू और राबड़ी देवी का शासन था। उस दौरान बिहार का क्या हाल था, अब वही लोग फिर से सत्ता में आने का सपना देख रहे हैं। जनता जानती है कि जो माता-पिता कुछ नहीं कर पाए, अब उनका बेटा क्या ही कुछ कर पाएगा।"
उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा कि 14 नवंबर को जब चुनाव परिणाम आएंगे, तो NDA की स्पष्ट और मजबूत सरकार बिहार में बनेगी।
वहीं, तेजस्वी यादव की ओर से दिए गए बयान, 'बिहार की सरकार दो गुजराती चला रहे हैं' इस पर तंज कसते हुए जीतन राम मांझी ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा, "यह भ्रम है, अगर दिन में भी सूरज दिखाई नहीं देता, तो उसका क्या नाम है पता नहीं है। बिहार को नीतीश कुमार चला रहे हैं और आज की तारीख में उनसे ज्यादा सक्षम मुख्यमंत्री कोई नहीं है। पिछले 20 सालों में उन्होंने सुशासन, बिजली, सड़क, शिक्षा और कानून व्यवस्था के क्षेत्र में जो काम किया है, वह किसी से छिपा नहीं है।"
मांझी ने आगे कहा कि, "ये बात सही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ सबका समर्थन लेकर सरकार चला रहे है। तो ऐसे में गुजरात से चला रहा, तमिलनाडु से चला रहा है कहने वाला व्यक्ति संविधान को नकारता है। भारत में कोई भी आदमी संविधान के अनुसार काम करता है, तो न वो गुजराती है, न वो बिहारी है, न वो मद्रासी है, वो भारतीय है।"
चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और बिहार अब पूरी तरह से चुनावी मोड में है। हर दल अपने-अपने नेताओं को मैदान में उतार चुका है, और सियासी हमलों का सिलसिला दिन-ब-दिन और तेज हो रहा है।