Air pollution in Delhi: दिल्ली के लोगों को जहरीली हवा से निजात दिलाने में चीन करेगा भारत की मदद

Air pollution in Delhi: भारत में चीन के दूतावास की प्रवक्ता यू जिंग ने इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि कभी चीन को भी वायु प्रदूषण से संघर्ष करना पड़ा था। उन्होंने चीन का उदाहरण पेश करते हुए बताया है कि कैसे लगातार कोशिश से वायु प्रदूषण को कम किया जा सकता है

अपडेटेड Dec 16, 2025 पर 4:27 PM
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दिल्ली में हर साल जाड़े की शुरुआत के साथ ही वायु प्रदूषण की समस्या शुरू हो जाती है।

दिल्ली के लोगों को जहरीली हवा से निजात दिलाने में चीन भारत की मदद करेगा। दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। यह समस्या बीते कई हफ्तों से जारी है। भारत में चीन के दूतावास की प्रवक्ता यू जिंग ने इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि कभी चीन को भी वायु प्रदूषण से संघर्ष करना पड़ा था। उन्होंने चीन का उदाहरण पेश करते हुए बताया है कि कैसे लगातार कोशिश से वायु प्रदूषण को कम किया जा सकता है।

दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 447 पहुंचा

जिंग ने पोस्ट में बीजिंग और दिल्ली में Air Pollution की तुलना की है। उन्होंने कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जिनमें बीजिंग का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 68 है, जिसे संतोषप्रद कहा जाता है। इसके मुकाबले दिल्ली का एक्यूआई 447 है, जिसे सेंट्रल पॉलूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक 'खतरनाक' श्रेणी में रखा जाता है। इस पोस्ट में कहा गया है, "तेजी से शहरीकरण के बीच वायु प्रदूषण से संघर्ष के बारे में भारत और चीन जानते हैं।" उन्होंने यह भी लिखा है कि हालांकि यह समस्या जटिल है, लेकिन चीन ने पिछले दशक में लगातार ऐसी पॉलिसी अपनाई, जिससे हवा की गुणवत्ता में स्पष्ट सुधार हुआ।


चीन पॉलूशन घटाने के उपायों के बारे में बताएगा

उन्होंने यह भी बताया कि चीन का दूतावास आने वाले दिनों में उन उपायों के बारे में भी बताएगा, जिससे चीन में वायु प्रदूषण में कमी लाने में मदद मिली। उनका यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब दिल्ली में हवा की क्वालिटी एक बार फिर बेहद खराब हो गई है। 15 दिसंबर को दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया। इससे सरकार को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप)-4 लागू करना पड़ा। इसे तब लागू किया जाता है जब प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है।

हर साल जाड़े की शुरुआत से दिल्ली की हवा खराब होने लगती है

दिल्ली में हर साल जाड़े की शुरुआत के साथ ही वायु प्रदूषण की समस्या शुरू हो जाती है। घटते तापमान और शांत हवा की वजह से धूल कण सहित प्रदूषण के दूसरे तत्व जमीन के करीब आ जाते हैं। पिछले कई हफ्तों से गाड़ियों से निकलने वाले धुएं, कंस्ट्रक्शन गतिविधियों से पैदा होने वाली धूल, औद्योगिक गतिविधियों, पावर प्लांट्स और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से स्मॉग की मोटी परत दिल्ली-एनसीआर में बन गई है।

चीन ने सख्त उपायों और लगातार कोशिश से प्रदूषण को काबू में किया

बीजिंग बीते दशक में लगातार कोशिश और सख्त उपायों से हवा की गुणवत्ता में सुधार करने में सफल रहा। चीन ने 2013 में एयर पॉलूशन प्रिवेंशन एंड कंट्रोल एक्शन प्लान लॉन्च किया था। इससे तहत एनर्जी प्रोडक्शन, ट्रांसपोर्ट और इंडस्ट्री से उत्सर्जन में कमी लाने के लिए व्यापक रणनीति अपनाई गई। यूएन-हैबिटाट रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग PM2.5 के लेवल में 50-60 फीसदी कमी लाने में सफल रहा। चीन ने कोयले का इस्तेमाल घटाने के लिए बड़ा कदम उठाया।

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