Chennai: चक्रवात दितवाह (Ditwah) का असर अब तमिलनाडु में भी दिखने लगा है। जिस वजह से 3 लोगों की मौत हो गई है। जबकि श्रीलंका में इसका असर कहीं ज्यादा भयानक रहा, और यहां पर 330 से ज्यादा लोगों की जान चली गई और हजारों लोग अपने घरों से बेघर हो गए। उधर चेन्नई को बड़ी तबाही से बचा लिया गया क्योंकि तूफान का मुख्य हिस्सा तट से हटकर कमजोर पड़ गया।
तमिलनाडु के राजस्व मंत्री
तमिलनाडु के राजस्व मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने रविवार को कहा कि तूतीकोरिन और तंजावुर में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, और मयिलादुथुराई में बिजली का झटका लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
तूफान के अचानक कमजोर पड़ने से चेन्नई ज्यादातर अछूता रहा, जिससे आशंका कम होकर हल्की बूंदाबांदी और ठंडी हवाएं चलने लगीं। दोपहर तक धूप खिलने से सड़कें भर गईं, लेकिन तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और श्रीलंका के बड़े हिस्से तूफ़ान के ज़ोर से हिल गए।
तूफान के अचानक कमजोर पड़ने से चेन्नई लगभग सुरक्षित रहा। जहां भारी तबाही की आशंका थी, वह सिर्फ हल्की बारिश और ठंडी हवाओं तक सीमित रह गई। हालांकि तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और श्रीलंका के बड़े हिस्से अब भी तूफान की मार झेल रहे हैं।
234 झोपड़ियां और घर क्षतिग्रस्त, 56,000 हेक्टेयर फसल नुकसान
रामचंद्रन ने बताया कि तमिलनाडु में 234 झोपड़ियां और घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 149 मवेशी मारे गए हैं। 56,000 हेक्टेयर में फसल का नुकसान हुआ है, जिसमें नागपट्टिनम में 24,000 एकड़, तिरुवरुर में 15,000 एकड़ और तंजावुर में 8,000 एकड़ शामिल हैं। उन्होंने कहा, "पानी उतरने के बाद, नुकसान का आकलन किया जाएगा।"
कावेरी डेल्टा के किसान संघों ने केंद्र सरकार से इस विनाश को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का आग्रह किया है।
पुडुचेरी में बंद रहेंगे स्कूल
दूसरी तरफ, पुडुचेरी में तूफान के असर के चलते तेज बारिश जारी है। पुडुचेरी के गृह मंत्री ए. नमस्सिवायम कहा कि सोमवार (1 दिसंबर) को राज्य के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल बंद रहेंगे।
इधर आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम साइक्लोन वार्निंग सेंटर के जगन्नाथ कुमार ने बताया कि तूफान दितवाह दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उत्तर श्रीलंका के पास से आगे बढ़कर अब दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तट के पास स्थित है।
उन्होंने आगे बताया कि तूफान धीरे-धीरे उत्तर दिशा में कुड्डालोर से 100 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में, कराईकल से 100 किमी पूर्व-उत्तरपूर्व में, पुडुचेरी से 110 किमी दक्षिण-पूर्व, वेदरन्यम से 140 किमी उत्तर-पूर्व और चेन्नई से 180 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में आगे बढ़ रहा है।