Cyclone Montha Update: बंगाल की खाड़ी से उठा गंभीर चक्रवाती तूफान 'मोंथा' (Cyclone Montha) मंगलवार रात को आंध्रा तट से टकराने के बाद देश के एक बड़े हिस्से में भयंकर तबाही मचा रहा है। आंध्रा प्रदेश के तटीय इलाकों में भारी बर्बादी करने के बाद अब इसका असर ओडिशा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ से होते हुए दूर-दराज के राज्य उत्तर प्रदेश और बिहार तक दिखाई देने लगा है। जानकारी के मुताबिक, आंध्रा प्रदेश के कोनसीमा जिले में तेज हवाओं से एक पेड़ गिरने के कारण एक बुज़ुर्ग महिला की मौत हो गई।
चक्रवाती तूफान 'मोंथा' ने मंगलवार रात को पूर्वी तट पर भीषण तबाही मचाई। यह तूफान शाम करीब 7:30 बजे आंध्र प्रदेश के मछिलीपट्टनम और कालींगपट्टनम के बीच काकीनाडा के पास एक गंभीर तूफान के रूप में टकराया। लगभग 4 घंटे तक चले इस लैंडफॉल के दौरान हवा की रफ्तार करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक थी, साथ ही मूसलाधार बारिश हुई जिसने शहरों को तहस-नहस कर दिया। 10 फीट ऊंची लहरों ने तट की ओर कहर बरपाया, जिससे बिजली के तार टूट गए और पेड़ उखड़ गए।
आंध्रा में तट से टकराया तूफान, उठने लगी ऊंची-ऊंची लहरें
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात 'मोंथा' मंगलवार को आंध्रा प्रदेश तट पर शाम करीब 7:30 बजे आंध्र प्रदेश के मछिलीपट्टनम और कालींगपट्टनम के बीच काकीनाडा में जमीन से टकराया। लगभग 4 घंटे तक चले इस लैंडफॉल के दौरान हवा की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जो 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई थी। तटीय क्षेत्रों में पेड़, बिजली के खंभे गिर गए और समुद्र में ऊंची लहरें उठीं। आंध्रा प्रदेश में एक पेड़ गिरने के कारण एक बुज़ुर्ग महिला की मौत हो गई। वहीं एक नारियल के पेड़ गिरने से एक लड़का और एक ऑटो चालक भी घायल हुए।
यूपी-बिहार समेत 10 राज्यों में बारिश का अलर्ट
IMD के ताजा बुलेटिन के अनुसार, अगले 24 घंटों में चक्रवात का असर उत्तर दिशा में बढ़ते हुए पूर्वी और मध्य भारत के हिस्सों तक पहुंचेगा, जिससे कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
बेहद भारी बारिश की चेतावनी: ओडिशा, आंध्रा प्रदेश, छत्तीसगढ़, सौराष्ट्र-कच्छ, तेलंगाना और विदर्भ।
भारी बारिश की संभावना: बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गोवा।
उत्तर प्रदेश में असर: यूपी के पूर्वी इलाकों में भी बिजली चमकने और आंधी-बारिश की संभावना है।
तेज हवाएं: कई राज्यों में 30 से 60 KMpH की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जबकि छत्तीसगढ़, तेलंगाना, विदर्भ और केरल में यह गति 40-60 KMpH तक पहुंच सकती है।
मछुआरों को दी गई है सख्त चेतावनी
चक्रवात के प्रभाव से तटीय इलाकों में समुद्र में खतरनाक स्थिति बनी हुई है। कर्नाटक, गोवा, गुजरात, आंध्रा, ओडिशा और बंगाल के तटीय इलाकों में समुद्र में ऊंची लहरें और उफान की स्थिति बनी रहेगी। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है। इसके साथ ही मोंथा तूफान के कारण तेलंगाना, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में आने वाले दो दिनों तक भारी बारिश और तेज हवाएं बनी रह सकती हैं। मौसम विभाग ने आपदा प्रबंधन एजेंसियों को सतर्क रहने और संवेदनशील क्षेत्रों में राहत एवं बचाव दलों को तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
चक्रवात मोंथा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि समुद्री तूफानों का प्रभाव केवल तटीय राज्यों तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह पूर्वी और मध्य भारत के क्षेत्रों में भी भयंकर तबाही मचा सकता है।