Delhi AQI update: दिल्ली की एयर क्वालिटी आज भी ‘बेहद खराब’, आनंद विहार में AQI 403 दर्ज, 29 अक्टूबर से प्रदूषण से मिल सकती है राहत
Delhi-NCR AQI update: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शुक्रवार (24 अक्टूबर) सुबह आईटीओ क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 316 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' कैटेगरी में है। वहीं, दिल्ली में आनंद विहार क्षेत्र के आसपास AQI 403 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' कैटेगरी में है
Delhi-NCR AQI update: प्रदूषण दूर करने के लिए 29 अक्टूबर को दिल्ली में आर्टिफिशियल बारिश कराई जाएगी
Delhi-NCR AQI update: दिल्ली की एयरक्वालिटी में शुक्रवार (24 अक्टूबर) को तेज सतही हवाओं की वजह से मामूली सुधार हुआ। लेकिन लगातार पांचवें दिन भी यह 'बहुतखराब'कैटेगरी में बनी रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शुक्रवार सुबह आईटीओ क्षेत्र में एयरक्वालिटी इंडेक्स (AQI) 316 दर्ज किया गया, जो 'बहुतखराब'कैटेगरी में है। वहीं, सीपीसीबीकेअनुसारAIIMS और आसपास के इलाकों में AQI 295 दर्ज किया गया जो 'खराब' कैटेगरी में है।
#WATCH | The Air Quality Index (AQI) around Anand Vihar area recorded at 403, in the 'Severe' category, in Delhi this morning as per the Central Pollution Control Board (CPCB). pic.twitter.com/svQz18ga18
PCB के अनुसार, शुक्रवार सुबह दिल्ली में आनंद विहार क्षेत्र के आसपास AQI403 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' कैटेगरी में है। इसके अलावा, इंडिया गेट और आसपास के इलाकों में AQI 254 दर्ज किया गया, जो 'खराब' कैटेगरी में है। दिल्ली में लगातार धुंध छाई रहने के कारण अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आने की आशंका है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज धुंध और कोहरे के साथ आसमान साफ रहने का अनुमान लगाया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, शहर का 24 घंटे का औसत AQI गुरुवार शाम चार बजे 305 रहा। आनंद विहार में एक्यूआई 410 दर्ज किया गया, जो सभी निगरानी केंद्रों में सबसे अधिक है।
सीपीसीबी द्वारा बनाए गए समीर ऐप के अनुसार, शहर भर के 38 निगरानी केंद्रों में से 23 ने 'बहुतखराब'एयरक्वालिटी दर्ज की। जबकि 14 'खराब'कैटेगरी में रहे। दिल्ली गुरुवार को देश का पांचवां सबसे प्रदूषित शहर रहा। जबकि हरियाणा का बहादुरगढ़ 325 एक्यूआई के साथ शीर्ष स्थान पर रहा।
CPCB के अनुसार, इसकी तुलना में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के पड़ोसी शहरों जैसे गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में एयरक्वालिटी बेहतर रही। यहां एक्यूआईलेवल 200 के आसपास रहने के कारण यह 'खराब'कैटेगरी में रहा। दिन में दिल्ली में धुंध छाई रही। दोपहर के समय हवा की गति 10-15 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई।
#WATCH | Delhi The Air Quality Index (AQI) in the ITO area was recorded at 316, in the 'Very Poor' category as per the Central Pollution Control Board (CPCB) pic.twitter.com/o3SshTXqr3
पूर्वानुमानों के मुताबिक, दिल्ली का एक्यूआई शनिवार (25 अक्टूबर) तक 'बहुतखराब'कैटेगरी में बना रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक उतार-चढ़ाव के साथ यह 'खराब'और'बहुतखराब' के बीच रह सकता है।
सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच AQIको'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुतखराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है।
29 अक्टूबर से दिल्लीवालों को मिल सकती है राहत
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को कहा कि शहर में क्लाउडसीडिंग के माध्यम से पहली बार आर्टिफिशियल बारिश कराई जाएगी। इस महत्वाकांक्षी प्रदूषण नियंत्रण पहल की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। गुप्ता ने बताया कि इससे पहले दिन में बुराड़ी क्षेत्र में परियोजना का सफल टेस्ट किया गया। गुप्ता ने X पर लिखा, "दिल्ली में पहली बार ‘क्लाउडसीडिंग’ के माध्यम से आर्टिफिशियलबारिश कराने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आज विशेषज्ञों द्वारा बुराड़ी क्षेत्र में इसका सफल परीक्षण किया गया है।"
उन्होंने कहा, "मौसम विभाग ने 28, 29 और 30 अक्टूबर को बादलों की उपस्थिति की संभावना जताई है। यदि परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो 29 अक्टूबर को दिल्ली पहली आर्टिफिशियल बारिश का अनुभव करेगी।" गुप्ता ने कहा, "यह पहल न सिर्फ टेक्नोलॉजी की दृष्टि से ऐतिहासिक है, बल्कि दिल्ली में प्रदूषण से निपटने का एक वैज्ञानिक तरीका भी स्थापित करने जा रही है। सरकार का उद्देश्य है कि इस इनोवेशन के माध्यम से राजधानी की हवा को स्वच्छ और वातावरण को संतुलित बनाया जा सके।"
अधिकारियों ने बताया कि बुराड़ी में टेस्ट के दौरान आर्टिफिशियल बारिश कराने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सिल्वरआयोडाइड और सोडियम क्लोराइड की थोड़ी मात्रा एक विमान से छोड़ी गई। लेकिन हवा में नमी सीमित थी जो 20 प्रतिशत से भी कम थी। 'क्लाउडसीडिंग' के लिए आमतौर पर लगभग 50 प्रतिशत नमी की आवश्यकता होती है। इसका अर्थ है कि उस क्षेत्र में कोई बारिश नहीं हुई है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने परियोजना के लिए समय पर मंजूरी सुनिश्चित करने में सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुप्ता को धन्यवाद दिया। आईआईटी-कानपुर और दिल्ली सरकार द्वारा संयुक्त रूप से विकसित क्लाउड-सीडिंग परियोजना का उद्देश्य दिवाली के बाद के धुंध के मौसम में शहर में कण-प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए आर्टिफिशियल बारिश की एक विधि का टेस्ट करना है।
दिल्ली में बहुप्रतीक्षितआर्टिफिशियल बारिश का प्रयोग चार जुलाई को किया जाना था, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया। दिल्ली सरकार ने पांच कृत्रिम बारिश परीक्षणों के लिए आईआईटी कानपुर के साथ पिछले महीने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। ये टेस्ट उत्तर-पश्चिम दिल्ली में आयोजित किए जाने की संभावना है।