राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में फैली जहरीली हवा साफ होने का नाम नहीं ले रही है। पूरा आसमान सफेद धुंध की चादर से ढका हुआ है। एयर क्वालिटी इंडेक्ट (AQI) लगातार 400 के पार है। वहीं लोग प्रदूषित हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हैं। राजधानी के अलावा नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे शहर घने प्रदूषण की चादर में ढके हुए हैं। वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए ग्रैप की पाबंदियों को और सख्त करने का फैसला किया गया है। इसके तहत ग्रैप-III में ग्रैप-IV की कुछ पाबंदियों को शामिल करने की सलाह दी गई है।
बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) के सुझाए गए शॉर्ट-टर्म उपायों के तहत ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के नियमों में बदलाव की अनुमति दे दी है। अब GRAP के पहले चरण में ही कड़े नियम लागू किए जाएंगे और हर चरण के नियमों को कड़ा कर दिया जाएगा। सके तहत ग्रैप-III में ग्रैप-IV की कुछ पाबंदियों को शामिल करने की सलाह दी गई है। इसमें वर्क फ्रॉम होम की भी सलाह भी शामिल है। इससे प्रदूषण के स्तर को कम करने में कुछ मदद मिलेगी।
इसका मतलब है कि अब कुछ कदम पहले ही चरण में लागू होंगे। यानी स्टेज 4 की एडवाइजरी (जब AQI 450 से ऊपर हो) अब स्टेज 3 (AQI 401–450) पर लागू होगी। स्टेज 3 के उपाय स्टेज 2 (AQI 301–400) में आ जाएंगे, और स्टेज 2 के नियम स्टेज 1 (AQI 201–300) में ही लागू कर दिए जाएंगे। CAQM ने ये बदलाव सुप्रीम कोर्ट के 19 नवंबर के निर्देश के बाद किए। कोर्ट ने कहा था कि एयर क्वालिटी को और खराब होने से रोकने के लिए सभी संबंधित पक्षों से सलाह लेकर पहले से कदम उठाए जाएं। इसी सलाह के आधार पर यह प्रोएक्टिव प्लान बनाया गया है।
स्टेज 3 में अब GRAP के स्टेज 4 वाले नियम लागू किए जाएंगे
दिल्ली की खराब होती हवा को देखते हुए CAQM ने बताया कि 11 नवंबर से राजधानी में GRAP का स्टेज 3 लागू है। नए बदलावों के बाद अब स्टेज 3 के दौरान ही स्टेज 4 के कुछ सख्त नियम लागू होंगे। इनमें शामिल हैं:
CAQM ने सुप्रीम कोर्ट में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए कई शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म उपाए सुझाए। इन उपायों में ऑफिस की टाइमिंग में बदलाव, काम करने के घंटों में बदलाव, स्टाफ की ऑफिस में मौजूदगी और बिदली सप्लाई से जुड़े कई बदलाव शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सुझाव दिया है कि CAQM दिल्ली-एनसीआर में होने वाली ओपन-एयर स्पोर्ट्स कॉम्पिटिशन को वायु प्रदूषण के लेवल को ध्यान में रखते हुए किसी अन्य महीने में शिफ्ट करने पर विचार करे।