कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने शनिवार को यूनियन मंत्री एचडी कुमारस्वामी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि अगर यह साबित हो जाए कि वह यूनियन होम मिनिस्टर अमित शाह के संपर्क में थे, तो वह “राजनीति छोड़ देंगे।” शिवकुमार यह बात ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी और बेंगलुरु डेवलपमेंट अथॉरिटी से जुड़े मुद्दों पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कह रहे थे। कुमारस्वामी ने दावा किया था कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार जल्द गिर सकती है और शिवकुमार कथित तौर पर शाह के संपर्क में हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए डिप्टी सीएम ने JD(S) नेता को “गद्दार” तक कह दिया और चेतावनी दी कि वह उनके खिलाफ मानहानि का केस भी दर्ज कर सकते हैं।
गुस्से के बाद आया बड़ा ट्विस्ट
हालांकि मामला तब अचानक बदल गया जब शिवकुमार की टीम को बाद में पता चला कि कुमारस्वामी ने वैसी कोई बात कही ही नहीं थी। दिन में पहले हुए JD(S) के सिल्वर जुबली कार्यक्रम में कुमारस्वामी ने सिर्फ आने वाले समय में होने वाले “बड़े बदलाव” का संकेत दिया था। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से जनता के बीच बने रहने की अपील की थी, लेकिन कांग्रेस सरकार या अमित शाह का कहीं भी जिक्र नहीं किया था। यह समझने के बाद कि कुमारस्वामी के बयान को गलत तरीके से समझा गया था, शिवकुमार ने अपना गुस्सा उन पत्रकारों पर निकाल दिया जिन्होंने उनसे यह सवाल पूछा था।
डिप्टी CM कार्यालय ने जारी किया बयान
इस विवाद के बाद डिप्टी सीएम कार्यालय की ओर से एक बयान जारी किया गया, जिसमें उन रिपोर्टर्स के व्यवहार की निंदा की गई जिन्होंने कथित तौर पर गलत जानकारी फैलाई थी। बयान में मीडिया संस्थानों से आग्रह किया गया कि वे प्रेस कॉन्फ्रेंस के विवादित हिस्से का प्रसारण न करें। बयान में कहा गया, “डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने मीडिया द्वारा गलत जानकारी देने और उस पर सवाल पूछने की कोशिश पर गहरी नाराज़गी जताई है। किसी को भी झूठी जानकारी नहीं गढ़नी चाहिए और न ही भ्रामक सवाल पूछने चाहिए। ऐसा करने से मीडिया की प्रतिष्ठा, गरिमा और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचता है।”