Delhi Blast: अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने आरोपों से किया किनारा, कहा- गिरफ्तार डॉक्टरों से सिर्फ 'ऑफिसियल' संबंध

Al-Falah University: अल-फलाह यूनिवर्सिटी की कुलपति, प्रोफेसर (डॉ.) भूपिंदर कौर आनंद ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा करते हुए कहा, 'हम इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रमों से बहुत दुखी और व्यथित हैं और इनकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा, 'हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि यूनिवर्सिटी का उक्त व्यक्तियों से उनके यूनिवर्सिटी में अपनी आधिकारिक क्षमता में काम करने के अलावा कोई संबंध नहीं है'

अपडेटेड Nov 12, 2025 पर 3:03 PM
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लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास विस्फोट होने वाली सफेद हुंडई i20 कार को कथित तौर डॉ. उमर नबी चला रहा था जो अल-फलाह यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में कार्यरत था

Delhi Red Fort Blast: फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने 12 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट और 2,900 किलोग्राम विस्फोटक की बरामदगी के बाद अपनी पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी की है। जांच एजेंसियों द्वारा यूनिवर्सिटी से जुड़े तीन डॉक्टरों की संलिप्तता सामने आने के बाद, यूनिवर्सिटी ने गिरफ्तार किए गए डॉक्टरों से दूरी बनाते हुए कहा है कि उनका उन व्यक्तियों से उनके ऑफिसियल काम करने के अलावा कोई संबंध नहीं है। यूनिवर्सिटी ने उन 'आधारहीन' रिपोर्टों की भी निंदा की है जो संस्थान की छवि खराब कर रही हैं।

अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे गिरफ्तार हुए तीन डॉक्टर

लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास विस्फोट होने वाली सफेद हुंडई i20 कार को कथित तौर डॉ. उमर नबी चला रहा था। डॉ. उमर अल-फलाह यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में कार्यरत था। इसके अलावा यूनिवर्सिटी से जुड़े दो अन्य डॉक्टरों, मुजम्मिल शकील और शाहीन सईद को भी कथित आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।


अल-फलाह यूनिवर्सिटी की कुलपति, प्रोफेसर (डॉ.) भूपिंदर कौर आनंद ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा करते हुए कहा, 'हम इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रमों से बहुत दुखी और व्यथित हैं और इनकी निंदा करते हैं। हमारे विचार और प्रार्थनाएं इन घटनाओं से प्रभावित सभी निर्दोष लोगों के साथ हैं।' डॉ. आनंद ने कहा, 'हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि यूनिवर्सिटी का उक्त व्यक्तियों से उनके यूनिवर्सिटी में अपनी आधिकारिक क्षमता में काम करने के अलावा कोई संबंध नहीं है।'

विस्फोटक के इस्तेमाल से इनकार

यूनिवर्सिटी ने प्रयोगशालाओं में विस्फोटकों के उपयोग के आरोपों को खारिज कर दिया है। डॉ. आनंद ने जोर देकर कहा कि यूनिवर्सिटी की प्रयोगशालाओं का उपयोग विशेष रूप से MBBS छात्रों और अन्य अधिकृत पाठ्यक्रमों की शैक्षणिक और प्रशिक्षण आवश्यकताओं के लिए किया जाता है।

यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया, 'यह स्पष्ट किया जाता है कि यूनिवर्सिटी परिसर के भीतर ऐसा कोई रासायनिक या सामग्री उपयोग, संग्रहीत या संभाला नहीं जा रहा है, जैसा कि कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा आरोप लगाया जा रहा है।' उन्होंने कहा कि हर गतिविधि स्थापित सुरक्षा प्रोटोकॉल और नियामक प्राधिकरणों द्वारा अनिवार्य नैतिक मानकों के सख्त पालन में की जाती है।

यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित इस मामले में तार्किक और निर्णायक निर्धारण तक पहुंचने में जांच अधिकारियों को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन भी दिया है।

10 नवंबर की शाम को धमाके से दहल गई थी दिल्ली

सोमवार शाम करीब 6:52 बजे लाल किले के पास हुए इस उच्च-तीव्रता वाले विस्फोट में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई थी। दिल्ली पुलिस ने इस घातक विस्फोट के संबंध में मंगलवार को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और विस्फोटक अधिनियम के तहत FIR दर्ज की। राष्ट्रीय राजधानी को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों और बस टर्मिनलों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

शुरुआती जांच में फरीदाबाद में सामने आए आतंकी मॉड्यूल से सीधा संबंध सामने आया है, जहां धमाके से कुछ घंटे पहले आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था और करीब 2,900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किया गया था, जिसमें 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट शामिल था।

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