Diwali Fire Accident: राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 31 के पास एक इमारत में मंगलवार (21 अक्टूबर) दोपहर भीषण आग लग गई। दिल्ली फायर सर्विस के अधिकारियों ने बताया कि आग की खबर मिलते ही दमकल की पांच गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। अधिकारी ने बताया कि दो मंजिला बिल्डिंग के ग्राउंड पर घरेलू सामान में आग लगने की सूचना दोपहर 1:51 बजे मिली।
उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि आग पर 20 मिनट में काबू पा लिया गया। फायर सर्विस के अधिकारी ने कहा, "हमने पांच दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा। दोपहर 2:15 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया।"
इसके अलावा पश्चिमी दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में दिवाली की रात को चार मंजिला आवासीय इमारत में आग लगने के बाद वहां से सात लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। पीसीआर को मोहन गार्डन स्थित एक मकान में आग लगने की सूचना रात 9.49 बजे मिली। पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह ने बताया, "इमारत से तीन परिवारों के कुल सात लोगों को बचाया गया, जिनमें से चार को स्थानीय पुलिस ने आसपास के लोगों की सहायता से रस्सियों की मदद से अग्निशमन कर्मियों के पहुंचने से पहले बचा लिया।"
उन्होंने बताया कि बाकी तीन लोगों को फायर कर्मियों ने घर से बाहर निकाला। डीसीपी ने बताया कि बचाए गए लोगों में हरविंदर सिंह (34), उनकी पत्नी प्रिया (27), वीरेंद्र सिंह (32), उनकी पत्नी प्रेमवदा, राखी कुमारी (40), उनके बच्चे वैष्णवी सिन्हा (15) और कृष्णा सिन्हा (10) शामिल हैं। सभी सुरक्षित बच गए।
दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के एक अधिकारी ने बताया कि इमारत की पहली और दूसरी मंजिल पर आग लगने की सूचना सोमवार रात 10 बजे मिली। पटाखों के कारण घरेलू सामान में आग लग गई और सात लोगों को बचा लिया गया। अधिकारी ने बताया, "दमकल की छह गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं और रात 11.30 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया।"
एक प्रत्यक्षदर्शी शेखर ने पीटीआई को बताया, "रात में जब पटाखे फोड़े जा रहे थे, तभी इमारत में आग लग गई। हम उस समय छत पर थे। मेरे भाई का फ्लैट यहीं है। शुक्र है कि सभी को सुरक्षित बचा लिया गया।" उन्होंने कहा कि पहली दो मंजिलें सबसे अधिक प्रभावित हुईं।
इमारत में रहने वाले एक व्यक्ति की रिश्तेदार माया ने पीटीआई को बताया, "मेरे रिश्तेदार का इस इमारत में एक फ्लैट है। आग अचानक लगी और हमें अब भी ठीक से पता नहीं है कि यह कैसे लगी। जब तक हम पहुंचे, आग फैल चुकी थी।" उन्होंने कहा, "इमारत में 12 फ्लैट हैं। सभी को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन कई फ्लैट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।"