भारत में आए दिन किसी ना किसी मांग को लेकर आम आदमी से लेकर राजनीतिक पार्टी के लोगों तक...विरोध प्रदर्शन करते हैं। इन प्रदर्शन में लोग अपनी मांगों को जायज मानते हुए सरकार से उसे पूरा करने की मांग करते हैं। पर कभी-कभी अपने देश में कुछ लोग ऐसी मांगों को लेकर सड़क पर उतर आते हैं...जिनको सुनने के बाद आप अपना माथा पकड़ लें। गुजरात के सूरत में पिछले दिनों कुछ ऐसा ही हुआ। यहां एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोगों ने हेलमेट अनिवार्य करने के नियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। अब इस प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने बड़ा बयान दिया है।
संजीव सान्याल ने जताई नाराजगी
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने कहा कि, भारत के कई शहरों में इन दिनों एक अजीब विरोध देखने को मिल रहा है, दोपहिया वाहन चालक हेलमेट पहनने के नियम का विरोध कर रहे हैं। ऐसा लगता है जैसे सिर की सुरक्षा करने से सरकार को कोई फायदा हो रहा हो। इस विरोध प्रदर्शन पर उन्होंने आगे कहा कि, “मैं इसे कभी समझ नहीं पाया। शायद एक ऐसा नियम होना चाहिए कि जो लोग बिना हेलमेट के चलाना चाहते हैं, वे पहले ही यह लिखकर दें कि दुर्घटना होने पर उन्हें बीमा या चिकित्सा सहायता का कोई हक नहीं होगा।”
बता दें कि गुजरात के सूरत में कुछ दिनों पहले, हेलमेट अनिवार्य कर दिया गया है। इस नियम के लागू होते ही शहर में पहले ही दिन ज्यादातर लोग हेलमेट में नजर आ भी रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस अब सिर्फ सड़क पर ही नहीं, बल्कि आसमान से भी लोगों पर नजर रख रही है। ड्रोन की मदद से बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ ई-चालान और मौके पर ही दंड की कार्रवाई की जा रही है। वहीं इस नियम का विरोध करने के लिए कुछ लोगों ने प्रदर्शन किया था। सूरत में प्रदर्शनकारियों ने सैकड़ो हेलमेट तोड़कर अपना विरोध दर्ज कराया था।