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चश्मदीद ने सुनाई खौफनाक आपबीती

#Pahalgam | पहलगाम आतंकी हमले में जान बचा कर निकले तिलक रूपचांदनी ने बताया पूरा माहौल अच्छा था, लोग इंजॉय कर रहे थे, काफी फैमिली थीं, बच्चे थे ऐसा कुछ लगी नहीं रहता कि ऐसा कुछ होने वाला है, ऐसा लगा था हम स्वर्ग में हैं। मैं खुद को लकी मानता हूं कि जो एग्जिट गेट था वहां पर मैं उस एग्जिट गेट के पास खड़ा था। तभी पीछे से एक साथ फायरिंग की आवाज आने लगी वहां पर जो लोग मौजूद थे, फायरिंग की आवाज सुनते ही सारी पब्लिक गैलरी की तरफ भागने लगी, मुझे गैलरी के पीछे का है नहीं दिखाई दिया जहां पर आतंकवादी थे।