Goa Club Fire News: नॉर्थ गोवा के अर्पोरा गांव में हुए भीषण नाइट क्लब अग्निकांड ने राज्य को हिलाकर रख दिया है। रविवार को इस दुखद घटना में 25 लोगों की मौत हुई। इस बीच गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मामले में न्यायिक जांच का आदेश दे दिया है। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि क्लब के मालिक और महाप्रबंधक दोनों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है और उनकी जल्द ही गिरफ्तारी होगी। इसी बीच दिल्ली के एक पर्यटक डॉ. अवनीश ने बताया कि कैब वाले की थोड़ी सी देरी की वजह से उनकी जान बच गई। उन्होंने बताया कि, 'असल में, हम भाग्यशाली थे क्योंकि हमारी कैब ड्राइवर देर से आया, वरना हम भी वहीं होते।'
जीवित बचे लोगों और पीड़ित परिवारों का मार्मिक दर्द
घटना के बाद पीड़ितों के परिजन बम्बोलिम के गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एकत्र हुए, जहां कई घायलों का इलाज चल रहा है। इस त्रासदी ने कई परिवारों को सदमे और गहरे दुख में डाल दिया है। आग में अपने दो भतीजों को खोने वाले नारायण माथुर ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, 'वे मेरे बड़े भाई के बेटे थे। वे दोनों मर गए। वे रेस्तरां के किचन में काम करते थे। हमारे पड़ोस के एक व्यक्ति की भी आग में मौत हो गई। हम सभी झारखंड से थे।' जांचकर्ताओं ने बताया कि कई पीड़ित अंदर ही फंस गए क्योंकि आग तेजी से संरचना में फैल गई, जिससे कई कर्मचारी और पर्यटक दुर्भाग्यपूर्ण रूप से मारे गए।
मुख्यमंत्री सावंत ने पीटीआई को बताया कि शुरुआती जांच से संकेत मिले हैं कि नाइट क्लब ने अनिवार्य अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया था। सावंत ने कहा, 'यह पर्यटन सीजन के दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हम विस्तृत जांच करेंगे और न केवल क्लब प्रबंधन के खिलाफ बल्कि उन अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने उल्लंघन के बावजूद इसे चलने दिया।' बता दें कि पणजी से लगभग 25 किमी दूर स्थित यह नाइट क्लब पिछले साल ही खुला था और पर्यटकों तथा स्थानीय लोगों के बीच काफी लोकप्रिय था।
कानूनी कार्रवाई और राज्य सरकार का आश्वासन
पुलिस और अग्निशमन विभाग आग लगने के सही कारण का पता लगाने के लिए अपनी जांच जारी रखे हुए हैं। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक कारण की पुष्टि नहीं की है, पर प्राथमिक संदेह यही है कि नाइट क्लब ने अग्नि सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं किया। एक अधिकारी ने कहा, 'हम जांच कर रहे हैं और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।' राज्य सरकार ने परिवारों को आश्वासन दिया है कि जांच पूरी तरह से निष्पक्ष होगी और सभी जिम्मेदार पक्षों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।