Ram Rahim Out Of Jail: जेल में बंद विवादित धर्मगुरु डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और बलात्कार के दोषी गुरमीत राम रहीम सिंह को फिर से 21 दिन की फरलो दे दी गई है। जनवरी 2024 के बाद से यह पांचवीं बार है जब उसे अस्थायी रूप से जेल से रिहा किया गया है। वहीं, राम रहीम 2017 में बलात्कार और हत्या के मामलों में सजा सुनाए जाने के बाद 13 बार जेल से बाहर आ चुका है। इससे पहले जनवरी 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उसे 30 दिन की पैरोल मिली थी, जिसके बाद वह सिरसा डेरे में ही रहा।
गुरमीत सिंह बुधवार (9 अप्रैल) सुबह हरियाणा के रोहतक स्थित सुनारिया जेल से बाहर आया और सिरसा में स्थित डेरा के मुख्यालय पहुंचा। वह फरलो की अवधि के दौरान वहां रह सकता है। डेरा के प्रवक्ता और वकील जितेंद्र खुराना ने पीटीआई से कहा कि उसे 21 दिन की फरलो मिली है। एक वीडियो क्लिप में सिंह को डेरा के स्थापना दिवस से पहले अपने अनुयायियों को बधाई देते हुए सुना जा सकता है। डेरा सच्चा सौदा की स्थापना 29 अप्रैल 1948 को बाबा शाह मस्ताना ने की थी।
जनवरी में भी मिली थी पैरोल
दिल्ली में फरवरी में समाप्त हुए विधानसभा चुनाव से पहले जनवरी में 57 वर्षीय सिंह को 30 दिन की पैरोल दी गई थी। सिंह अपनी दो अनुयायियों से बलात्कार के मामले में 2017 से 20 साल की सजा काट रहा है। सिंह को पिछले साल एक फरवरी को 20 दिन की पैरोल मिली थी। वह पैरोल भी उसे पांच अक्टूबर को हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले मिली थी। संयोग से बीते कुछ वर्षों के दौरान सिंह को पंजाब, हरियाणा और पड़ोसी राज्यों में चुनाव के समय पैरोल और फरलो मिली हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जैसे सिख संगठन सिंह को राहत प्रदान करने की अतीत में निंदा करते रहे हैं।
पिछले साल अगस्त में सिंह को 21 दिन की फरलो दी गई थी। उन्हें पंजाब विधानसभा चुनाव से बमुश्किल दो हफ्ते पहले 7 फरवरी, 2022 से तीन हफ्ते की फरलो दी गई थी। पिछले साल मई में पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने सिंह और चार अन्य को 2002 में संप्रदाय के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में ढुलमुल जांच का हवाला देते हुए बरी कर दिया था। हरियाणा सरकार द्वारा बार-बार दी जा रही छूट को लेकर भी कई सवाल उठते रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि सरकार का यह रवैया संदेह पैदा करता है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की विशेष अदालत ने करीब 20 साल पुराने हत्याकांड में सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। उसे सह-आरोपियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रचने का दोषी पाया गया था। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और अन्य राज्यों में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों की अच्छी खासी तादाद है। हरियाणा में सिरसा, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, कैथल और हिसार समेत कई जिलों में डेरा के काफी भक्त हैं। इसका मुख्यालय भी सिरसा में ही है।