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हिमाचल की 'एक दुल्हन, दो दूल्हे' की परंपरा कैसे करता है काम, एक छत के नीचे कैसे रहते हैं तीनों

Himachal one Bride and two Grooms Tradition : 12 जुलाई को सुनीता चौहान ने बिना किसी दबाव के, अपनी इच्छा और दोनों परिवारों की सहमति से दो भाइयों - प्रदीप और कपिल नेगी से शादी की। तीन दिन तक चलने वाला यह विवाह समारोह 14 जुलाई को संपन्न हुआ, जिसमें स्थानीय "जजदा" रीति-रिवाजों का पालन किया गया

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 29, 2025 पर 3:32 PM
हिमाचल की 'एक दुल्हन, दो दूल्हे' की परंपरा कैसे करता है काम, एक छत के नीचे कैसे रहते हैं तीनों
दो दूल्हे-एक दुल्हन...शादी के बाद कैसे होता है पत्नी का बंटवारा?

Himachal one Bride and two Grooms Tradition : हिंदू धर्म के शास्त्रों में विवाह को पवित्र संस्कार माना गया है, जो 16 संस्कारों में से एक है। विवाह के दौरान अलग-अलग समाजों में विभिन्न रीति-रिवाज और परंपराएं निभाई जाती हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के सिरमौर ज़िले के शिलाई गांव में हाल ही में हुई एक अनोखी शादी को लेकर काफ चर्चा है। देश में इस अनोखी शादी की चर्चा ही नहीं बल्कि इसपर बहस भी चल रही है। यहां की रहने वाली सुनीता चौहान ने दो सगे भाइयों प्रदीप नेगी और कपिल नेगी से एक साथ शादी की है

क्या है 'जोड़ीदारा' प्रथा

यह शादी अनुसूचित जनजाति का दर्ज प्राप्त हाटी समुदाय की पुरानी बहुपति प्रथा के तहत हुई है, जिसे स्थानीय भाषा में 'जोड़ीदारा' या 'जाजड़ा' कहा जाता है। हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में ये अनोखी परंपरा आज भी देखी जाती है, जिसकी जड़ें महाभारत काल से जुड़ी मानी जाती हैं। हम बात कर रहे हैं "जोड़ीदारा" नाम की प्राचीन परंपरा की, जिसमें एक महिला अपनी इच्छा से दो पुरुषों से शादी कर सकती है।

वहीं हिमाचल के सिरमौर जिले के शिलाई गांव में हट्टी जनजाति से जुड़े दो भाइयों ने एक ही महिला से शादी की। यह शादी उनके पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार हुई और अब यह घटना चर्चा का विषय बन गई है। इस घटना के बाद बहुपतित्व (एक महिला के एक से ज्यादा पतियों से विवाह) को लेकर एक बार फिर समाज में बहस छिड़ गई है कि क्या यह परंपरा आज के समय में भी प्रासंगिक है या नहीं

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