Imran Masood: कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह की तुलना फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास से करके एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गुरुवार (23 अक्टूबर) को मसूद पर आतंकवादी समूहों की तारीफ करने और भारत के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने का आरोप लगाया। एक इंटरव्यू के दौरान इमरान मसूद से 2023 में इजरायल पर हुए आतंकी हमलों का जिक्र कर जब पूछा गया कि क्या हमास एक आतंकवादी संगठन है? तो वे इस पर भड़क गए। उन्होंने पूछा, "क्या भगत सिंह भी आतंकवादी थे?"
'पॉडकास्ट' में जब उनसे पूछा गया कि क्या भगत सिंह और हमास के बीच तुलना की जा सकती है, तो मसूद ने 'हां' में जवाब दिया। उन्होंने कहा, "वे (हमास) अपनी जमीन के लिए लड़ रहे हैं। भगत सिंह भी अपनी जमीन के लिए लड़ रहे थे।" उन्होंने आगे कहा, "भगत सिंह ने अपनी जमीन के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। इजरायल कब्जा करने वाला है।"
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, "आपके लिए, हमास एक आतंकवादी संगठन है। मेरा मानना है कि हमास अपनी आजादी के लिए लड़ रहा है। आप उनके (हमास) द्वारा बंधक बनाए गए 250 लोगों को देख रहे हैं। लेकिन आप उन एक लाख लोगों को नहीं देख रहे हैं जिन्हें इजरायल ने मार डाला है।"
X पर वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, "बोटी-बोटी इमरान मसूद हमास की तुलना भगत सिंह जी से करते हैं। यह सभी स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है।" उन्होंने आगे कहा, "वामपंथी और कांग्रेस गांधी परिवार को महान दिखाने के लिए आतंकवादी समूहों की प्रशंसा करते हैं और हमारे सभी नायकों का अपमान करते हैं। इससे पहले, कन्हैया कुमार ने भगत सिंह जी की तुलना लालू यादव से की थी! यह पहली बार नहीं है! कांग्रेस ने पहले भी भगत सिंह जी का अपमान किया था! उन्होंने चंद्रशेखर आजाद जी, सावरकर जी, पटेल जी, बिरसा मुंडा जी के साथ भी ऐसा ही किया था।"
वहीं, बीजेपी नेता और प्रवक्ता शिवम दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कांग्रेस और इमरान मसूद के लिए शहीद भगत सिंह और हमास दोनों एक ही है शर्म की बात है ये भगत सिंह जी को काँग्रेस की सरकार के समय आतंकवादी पढ़ाया जाता था और आज उनके नेता आतंकवादियों से भगत सिंह जी की तुलना कर रहे हैं।"
हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर एक भीषण आतंकी हमला किया था। यह इजरायल के इतिहास का सबसे घातक हमला था। कई हमास उग्रवादियों ने इजरायल में हमला किया। इसमें उन्होंने करीब 1,200 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी। जबकि 250 लोगों को बंधक बना लिया। इसी के बाद गाजा में इजरायल और हमास के बीच एक विनाशकारी युद्ध शुरू हुआ।
इजरायल ने गाजा में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई की। इसमें 67,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए। गाजा में एक व्यापक मानवीय संकट पैदा हो गया है। इस युद्ध ने इंटरनेशनल राजनीति को गहराई से प्रभावित किया। हजारों फिलिस्तीनी विस्थापित हो गए। ग्लोबल एजेंसियों ने इजरायल की सहायता नाकेबंदी के कारण फ़िलिस्तीनी एरिया में अकाल की चेतावनी दी।