Indigo Crisis Update: इंडिगो संकट के बीच डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने आठ सदस्यों वाली एक निगरानी टीम गठित की है। इनमें से दो सदस्यों को इंडिगो के ऑपरेशन पर नजर रखने के लिए एयरलाइन के कॉरपोरेट ऑफिस में तैनात किया जाएगा। इस बीच, DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स को 11 दिसंबर को रेगुलेटर के सामने पेश होने का निर्देश दिया है। उसके बाद बड़ा कदम उठाते हुए ओवरसाइट टीम बनाने का फैसला किया है। एक अधिकारी ने बताया कि इसे गुरुग्राम स्थित एयरलाइन के कॉर्पोरेट ऑफिस में तैनात किया जाएगा।
यह तैनाती इसलिए होगी ताकि कुल फ्लीट, पायलटों की संख्या, क्रू का इस्तेमाल और बिना प्लान की छुट्टियों सहित कई बातों पर गौर किया जा सके। ये अधिकारी एयरलाइन के कुल फ्लीट, औसत स्टेज की लंबाई, पायलटों की कुल संख्या, हर दिन की फ्लाइट और उपलब्ध क्रू, नेटवर्क डिटेल्स, क्रू का इस्तेमाल, ट्रेनिंग में क्रू, बंटी हुई ड्यूटी, बिना प्लान की छुट्टियों और हर दिन स्टैंडबाय क्रू की जांच करेंगे।
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की तरफ से बुधवार को जारी एक आदेश के मुताबिक, इस टीम में एक डिप्टी चीफ फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर, एक सीनियर फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर और दो अन्य फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर शामिल होंगे।
आदेश के मुताबिक, इनमें से दो सदस्य रोजाना इंडिगो के हेड ऑफिस में तैनात रहेंगे। वे एयरलाइन के पूरे फ्लीट, एवरेज फ्लाइट डिस्टेंस, पायलटों की कुल संख्या, नेटवर्क डिटेल्स, क्रू के घंटे, क्रू ट्रेनिंग और दूसरे संबंधित मामलों पर नजर रखेंगे।
आदेश में कहा गया है कि DGCA ऑफिस से दो और अधिकारी, एक सीनियर स्टैटिस्टिकल ऑफिसर और एक डिप्टी डायरेक्टर, इंडिगो के हेड ऑफिस में घरेलू और इंटरनेशनल फ्लाइट कैंसलेशन, रिफंड, समय पर फ्लाइट ऑपरेशन, सिविल एविएशन नियमों के अनुसार पैसेंजर कम्पेनसेशन और बैगेज रिटर्न पर नजर रखेंगे।
ये कदम तब उठाए गए जब केंद्र सरकार के नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FTDL) नियमों के लिए इंडिगो की तैयारी ठीक नहीं थी। इसकी वजह से एयरलाइन के ऑपरेशन में पूरे नेटवर्क में बड़ी रुकावट आई। इससे हजारों फ्लाइट कैंसिल हो गईं। इस रुकावट की वजह से हजारों यात्री एयरपोर्ट पर फंस गए। साथ ही भारत के एविएशन सिस्टम में एक ऐसा संकट पैदा हो गया जो पहले कभी नहीं हुआ।