Indore Cleanest City: भारत सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 (Swachh Survekshan 2025) में एक बार फिर मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) ने अपनी बादशाहत कायम रखते हुए देश का सबसे साफ शहर होने का खिताब हासिल कर लिया है। लगातार 8 सालों से स्वच्छता की रैंकिंग में टॉप पर रहा इंदौर इस बार भी पहले स्थान पर है। टॉप टेन लिस्ट में सूरत और नवी मुंबई ने भी जगह बनाई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सुपर स्वच्छ लीग की पहली कैटेगरी में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर इंदौर को पुरस्कृत किया।
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने यह अवार्ड ग्रहण किया। इंदौर के बाद गुजरात के सूरत और महाराष्ट्र के नवी मुंबई का स्थान है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, 'स्वच्छ सर्वेक्षण' के नतीजे गुरुवार (17 जुलाई) को घोषित किए गए। बता दें कि इंदौर की डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था और जनभागीदारी मॉडल पूरे देश के लिए एक मिसाल है।
तीन से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में उत्तर प्रदेश का नोएडा पहले स्थान पर है। जबकि चंडीगढ़ दूसरे स्थान पर और मैसूर तीसरे स्थान पर रहा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। इस कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
मध्य प्रदेश के बाद अब यूपी में भी जोर-शोर से सफाई अभियान जारी है। 10 जुलाई को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के 74वें जन्मदिन के अवसर पर उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्वच्छता अभियान चलाया गया था। लखनऊ की मेयर सुषमा खरवाल के नेतृत्व में सफाई कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने स्वच्छता अभियान चलाया।
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए लखनऊ की मेयर सुषमा खरवाल ने कहा, "आज लखनऊ के लोकप्रिय सांसद और देश के रक्षा मंत्री का जन्मदिन है। आज लखनऊ एक बड़े स्वच्छता अभियान में भाग ले रहा है। यह लखनऊ की जनता की ओर से उन्हें एक उपहार है।"
सरकार के अनुसार, 'स्वच्छ सर्वेक्षण (Swachh Survekshan)' मिशन का प्राथमिक लक्ष्य बड़े पैमाने पर नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है। साथ ही समाज के सभी वर्गों के बीच कस्बों और शहरों को रहने के लिए बेहतर स्थान बनाने की दिशा में मिलकर काम करने के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना है। स्वच्छ सर्वेक्षण के दौरान सफाई का मूल्यांकन करने के लिए 10 मापदंडों और 54 संकेतकों का उपयोग करते हुए 4,500 से अधिक शहरों सर्टिफिकेट दिया जाता है।