दिसंबर के अंतिम दिनों में पुरी जगन्नाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी गई है। अधिकारियों के अनुसार ये बढ़ती भीड़ नए साल 2026 के जनवरी महीने तक जारी रहने की संभावना है। ऐसे समय में पवित्र नगरी में सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और नागरिक सुविधाओं को और मजबूत किया गया है। प्रशासन ने मंदिर परिसर से लेकर आसपास के प्रमुख इलाकों तक अतिरिक्त पुलिस बल और वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की है, ताकि कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो। श्रद्धालुओं के सुव्यवस्थित प्रवेश और निकास के लिए सिंहद्वार से प्रवेश और अन्य द्वारों से बाहर निकलने की व्यवस्था की गई है।
भीड़ और जाम को रोकने के लिए मंदिर से बगला धर्मशाला तक व्यापक बैरिकेडिंग की गई है। प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए नियमित निगरानी और आवश्यकतानुसार व्यवस्थाओं में बदलाव करने की योजना बनाई है।
शनिवार सुबह श्री जगन्नाथ मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगीं। प्रशासन का अनुमान है कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को भीड़ और अधिक बढ़ सकती है। पिछले कुछ दिनों में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सुव्यवस्थित दर्शन और बैरिकेडिंग
श्रद्धालुओं के सुचारू प्रवेश और निकास के लिए श्रीनहर से बगला धर्मशाला तक व्यापक बैरिकेडिंग की गई है। यह व्यवस्था बड़दांड और आसपास के इलाकों में जाम और अव्यवस्था रोकने में मदद करेगी। दर्शन के लिए श्रद्धालु सिंहद्वार से प्रवेश करेंगे और अन्य तीन द्वारों से बाहर निकलेंगे, ताकि आमने-सामने की आवाजाही से बचा जा सके।
मंदिर से समुद्र तट तक कड़ी सुरक्षा
नए साल की बढ़ती भीड़ को देखते हुए श्रीमंदिर परिसर से लेकर समुद्र तट तक सुरक्षा तैनाती कड़ी कर दी गई है। पुलिस बल की कई प्लाटून और वरिष्ठ अधिकारी प्रमुख स्थानों पर तैनात होंगे। पुलिस अधीक्षक प्रतीक सिंह ने बताया कि करीब 60 प्लाटून बल मंदिर, बड़दांड और समुद्र तट क्षेत्रों में भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान देंगे।
निरंतर निगरानी और व्यवस्थाओं में बदलाव
पुलिस लगातार भीड़ की स्थिति पर नजर रखेगी और आवश्यकता पड़ने पर व्यवस्थाओं में बदलाव करेगी। निर्धारित मार्गों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं की आवाजाही सुगम और सुरक्षित बनी रहे।