Mohammad Azharuddin: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन बने तेलंगाना सरकार में मंत्री, बीजेपी ने कांग्रेस से पूछे तीखे सवाल

Mohammad Azharuddin: पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन की मंत्री पद पर नियुक्ति को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कांग्रेस पार्टी जुबली हिल्स उपचुनाव में जी-जान से जुटी हुई है, जहां एक लाख से अधिक मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। इस साल जून में भारत राष्ट्र समिति (BRS) के विधायक मगंती गोपीनाथ के निधन के कारण यह उपचुनाव कराया जा रहा है

अपडेटेड Oct 31, 2025 पर 2:52 PM
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Mohammad Azharuddin: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 31 अक्टूबर को तेलंगाना में मंत्री पद की शपथ ली

Mohammad Azharuddin minister in Telangana: कांग्रेस नेता एवं पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शुक्रवार (31 अक्टूबर) को तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ ली। राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने मुख्यमंत्री सहित कई महत्वपूर्ण नेताओं की उपस्थिति में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान को शपथ दिलाई। अजहरुद्दीन के शामिल होने से मंत्रिमंडल में कुल सदस्यों की संख्या 16 हो गई है। जबकि दो और जगह खाली हैं। विधानसभा सदस्यों की संख्या के अनुसार, तेलंगाना में अधिकतम 18 मंत्री हो सकते हैं।

पूर्व क्रिकेटर को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना एक अहम कदम माना जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी जुबली हिल्स उपचुनाव में पूरी ताकत से लड़ रही है। यहां एक लाख से अधिक मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। इस साल जून में भारत राष्ट्र समिति (BRS) के विधायक मगंती गोपीनाथ के निधन के कारण यह उपचुनाव जरूरी हो गया है।

अगस्त के अंतिम सप्ताह में तेलंगाना सरकार ने राज्यपाल कोटे से अजहरुद्दीन को विधान परिषद सदस्य (MLC) के रूप में नामित किया था। हालांकि, राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने अभी तक इसे मंजूरी नहीं दी है। अजहरुद्दीन ने 2023 के विधानसभा चुनाव में जुबली हिल्स क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।


इस बीच, तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा पर कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन को मंत्री पद की शपथ न दिलाने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रही थी।

विक्रमार्क ने कहा कि बीजेपी और बीआरएस ने मिलीभगत की है। बीजेपी यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि जुबली हिल्स उपचुनाव में बीआरएस जीत जाए। उन्होंने कहा कि एक प्रसिद्ध खिलाड़ी को कैबिनेट पद देना न केवल राज्य या देश के खिलाड़ियों के लिए सम्मान की बात है। बल्कि आम जनता के लिए भी सम्मान की बात है।

बीजेपी ने उठाए सवाल

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस से पूछा कि 11 नवंबर को होने वाले जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन को अचानक मंत्री क्यों बनाया जा रहा है। केंद्रीय कोयला एवं खदान मंत्री ने कहा, "कांग्रेस पार्टी को लोगों को बताना चाहिए कि वह जुबली हिल्स सीट (2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान) पर हारने वाले उम्मीदवार (अजहरुद्दीन) को अचानक मंत्री क्यों बना रही है। उपचुनाव में अब बस एक हफ्ता बाकी है, ऐसे में अल्पसंख्यकों के प्रति अचानक इतना प्रेम क्यों? किसके फायदे के लिए उन्हें मंत्री बनाया जा रहा है, किसे खुश करने के लिए?"

रेड्डी ने आरोप लगाया कि दरअसल, एआईएमआईएम ही कांग्रेस की आड़ में जुबली हिल्स उपचुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लोगों को कांग्रेस के कुटिल तरीकों को समझना चाहिए।केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर संदिग्ध तरीकों से जुबली हिल्स सीट जीतने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।

रेड्डी ने आरोप लगाया, "कांग्रेस, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) को खुश करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस इतनी हताश है कि वह उपचुनाव जीतने के लिए एआईएमआईएम के पैर पकड़ने, अजहरुद्दीन को मंत्री बनाने, राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला करने, विपक्षी नेताओं को जेल भेजने के लिए तैयार है।"

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उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लोगों को यह समझना चाहिए। रेड्डी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कुछ लोगों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर उन्हें जेल भेज रही है। साथ ही दबाव बनाकर दल-बदल को बढ़ावा दे रही है।

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