विक्रांत मैसी की फिल्म 12th Fail ज्यादातर लोगों को याद होगी। इस फिल्म में विक्रांत ने मनोज कुमार शर्मा का रोल किया किया, जो असफलताओं के बावजूद यूपीएससी की परीक्षा पास करने में कामयाब रहे थे। ऐसी ही इंस्पायरिंग कहानी है बिहार के आएएस अधिकारी कुमार अनुराग की। अनुराग 12वीं के प्री बोर्ड में फेल हुए, मगर फाइनल में 90% मार्क्स लाने में सफल रहे। ग्रेजुएशन में कई बार फेल होने के बावजूद यूपीएससी की परीक्षा में 48वीं रैंक लाकर आईएएस बने। (Photo Source : Facebook)
मूल रूप से बिहार के कटिहार के रहने वाले अनुराग 2018 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। अनुराग ने 8वीं क्लास तक हिंदी मीडियम से पढ़ाई और 9वीं से इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमिशन ले लिया। अनुराग 12 के प्रीबोर्ड्स में मैथ्स की परीक्षा में फेल हो गए थे। हालांकि, उन्होंने जमकर तैयारी की और फाइनल में 90% मार्क्स के साथ पास हुए। (Photo Source : Facebook)
इसके बाद उन्होंने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में दाखिला लिया। यहां भी वह कई सब्जेट में फेल हुए, मगर उनका हौसला नहीं टूटा। उन्होंने 2017 में यूपीएससी का एग्जाम दिया, जिसमें उनकी 677वीं रैंक आई। वह इससे खुश नहीं और उन्होंने दूसरे अटेंप्ट के लिए तैयारी शुरू कर दी। 2018 में उनकी 48वीं रैंक आई और वह प्रतिष्ठित आईएएस सेवा के लिए चुने गए। (Photo Source : Facebook)
उन्होंने अनन्या सिंह से शादी की है जो पश्चिम बंगाल के नाडिया में एसडीएम ताहेटा हैं। दोनों ने बेहद साधारण ढंग से बिहार के कटिहार में रजिस्टर्ड मैरिज कर युवाओं को प्रेरित करने का काम किया है। अनुराग इस समय भागलपुर के ड्यूटी डेवलपमेंट कमिशनर के तौर पर नियुक्त हैं। (Photo Source : Facebook)
अनन्या सिंह की बात करें तो, वह उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। उन्होंने 22 साल की उम्र में अपने पहले अटेंप्ट में यूपीएससी की परीक्षा पास की और उनकी 51वीं रैंक आई। वह 2019 बैच की पश्चिम बंगाल कैडर की आइएएस अधिकारी हैं। वह शुरुआत से ही पढ़ाई में तेज रहीं और 10वीं व 12वीं में डिस्ट्रिक्ट टॉपर रही हैं। (Photo Source : Facebook)
अनुराग कुमार सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और अपने फेसबुक पेज पर अपडेट देते रहते हैं। अपनी एक फेसबुक पोस्ट पर उन्होंने अपने यूपीएससी रिजल्ट की फोटो डाली है जिसके साथ लिखा है, ‘अपने जन्मदिन पर इससे ज्यादा और क्या चाहिए था! ऑफिशियली IAS में नियुक्ति। ये फिर से कोशिश करने का एक कारण है। फिर से गिरने की एक और वजह। और हर गिरावट के बाद और ज्यादा कोशिश करने का एक और कारण।’ (Photo Source : Facebook)
दिलचस्प बात ये है कि 12 क्लास के प्रीबोर्ड में मैथ्स में फेल होने के बाद अनुराग ने इस सब्जेक्ट पर खूब मेहनत की। इसमें उनके अच्छे नंबर आ गए, मगर दूसरे सब्जेट में वह कमजोर रह गए। इसी वजह से उनका IITian बनने का सपना टूट गया। (Photo Source : Facebook)
ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान दूसरे साल वह कई सब्जेक्ट में फेल हुए थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया और पढ़ाई के प्रति गंभीर हो गए। अनुराग ने पीजी में भी एडमिशन लिया था, मगर इसी दौरान यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में व्यस्त हो गए। (Photo Source : Facebook)
अनुराग की कहानी निश्चित रूप से देश के हर उस युवा को प्रेरित करती है, जो मुश्किलों से डर कर हार नहीं मानते हैं। ऐसे लोग न सिर्फ अपनी मंजिल पर पहुंचने में सफल रहते हैं, बल्कि दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं। (Photo Source : Facebook)
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