ऑयल से लेकर कम्युनिकेशन सेक्टर तक की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने भारत के सबसे अमीर 100 लोगों की फोर्ब्स सूची में अपनी टॉप पोजीशन बरकरार रखी है। 105 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ, मुकेश अंबानी एक "सेंटीबिलियनेयर" बने हुए हैं। रिलायंस इंटेलिजेंस की शुरुआत करके AI सेक्टर में कदम रखने वाले अंबानी ने कहा है कि उनकी योजना 2026 में कंपनी की टेलीकम्युनिकेशन इकाई रिलायंस जियो को शेयर बाजार में लिस्ट करने की है।
फोर्ब्स की लिस्ट www.forbes.com/india और www.forbesindia.com पर उपलब्ध है। यह लिस्ट फोर्ब्स एशिया के अक्टूबर अंक में भी दी गई है।
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर इंफ्रास्ट्रक्चर दिग्गज गौतम अदाणी और उनका परिवार है। इनकी कुल संपत्ति 92 अरब डॉलर है। अदाणी समूह के फाउंडर और चेयरमैन को सितंबर में तब राहत मिली थी जब सेबी ने कहा था कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के धोखाधड़ी वाले लेनदेन के आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी हैं। हिंडनबर्ग के दावों के कारण 2023 में अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली शुरू हो गई थी।
इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर ओ.पी. जिंदल समूह की सावित्री जिंदल बनी हुई हैं, जिनकी कुल संपत्ति 3.5 अरब डॉलर घटकर 40.2 अरब डॉलर रह गई। टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर के दिग्गज सुनील मित्तल डॉलर टर्म में सबसे ज़्यादा फ़ायदे में रहे। उनकी कुल संपत्ति 3.5 अरब डॉलर बढ़कर 34.2 अरब डॉलर हो गई है। वे तीन पायदान चढ़कर चौथे स्थान पर पहुंच गए। टेक दिग्गज शिव नादर, जो पिछले साल चौथे सबसे अमीर थे, इस बार 33.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ पांचवें स्थान पर खिसक गए हैं।
इस लिस्ट में 37वें स्थान पर रहते हुए दोशी भाई-बहन पहली बार शामिल हुए हैं, जिनकी कुल संपत्ति 7.5 अरब डॉलर है। उनकी कंपनी वारी एनर्जीज़,जो क्षमता के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी सौर पैनल निर्माता है, पिछले साल के अंत में अपने इश्यू प्राइस से 70% प्रीमियम पर लिस्ट हुई थी। इस सूचि में एक और नए नाम के तौर पर सुनील वचानी (80वें स्थान पर, 3.85 अरब डॉलर) शामिल हुए हैं। ये डिक्सन टेक्नोलॉजीज़ के फाउंडर और चेयरमैन हैं। डिक्सन टेक्नोलॉजीज़ सैमसंग और श्याओमी जैसी कंपनियों के लिए कई इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बनाती है।
इस सूची में वापसी करने वालों में यूएसवी की लीना तिवारी (82वें स्थान पर, 3.8 अरब डॉलर), शोभा की पी.एन.सी. मेनन (87वें स्थान पर, 3.6 अरब डॉलर) और केपीआर मिल की के.पी. रामासामी (97वें स्थान पर, 3.3 अरब डॉलर) शामिल हैं। पिछले साल की सात कंपनियां इस सूची से बाहर हो गई हैं। इस बार सूची में शामिल होने की कटऑफ पिछले साल के 3.3 अरब डॉलर से थोड़ी कम होकर 3.2 अरब डॉलर रह गई है।
1) मुकेश अंबानी: 105 अरब डॉलर
2) गौतम अडानी और परिवार: 92 अरब डॉलर
3) सावित्री जिंदल: 40.2 अरब डॉलर
4) सुनील मित्तल और परिवार: 34.2 अरब डॉलर
5) शिव नादर: 33.2 अरब डॉलर
6) राधाकिशन दमानी और परिवार: 28.2 अरब डॉलर
7) दिलीप सांघवी: 26.3 अरब डॉलर
8) बजाज परिवार: 21.8 अरब डॉलर
9) साइरस पूनावाला: 21.4 अरब डॉलर
10) कुमार बिड़ला: 20.7 अरब डॉलर