Fake tickets on Mumbai AC local trains: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक हाईटेक फर्वीवाड़े का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक महिला यात्री फर्जी एसी लोकल ट्रेन के पास के साथ पकड़ी गई है। टिकट चेक करने वालों को पता चला कि पास महिला के पति के नाम पर था। उसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से फर्जी रेलवे पास बनाया था। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। सेंट्रल रेलवे (CR) अधिकारियों ने इ बड़े स्कैम का खुलासा किया है।
टिकट चेकर ने कल्याण में एक AC लोकल ट्रेन में एक महिला यात्री को नकली टिकट के साथ यात्रा करते हुए पकड़ा। टिकट लगभग असली जैसा ही दिख रहा था। पहली नजर में तो वह असली लगा। लेकिन बारीकी से जांच करने पर पता चला कि जरूरी QR कोड उसमें से गायब था। सेंट्रल रेलवे के अधिकारियों ने कल्याण रेलवे पुलिस स्टेशन में आरोपी यात्री के खिलाफ FIR दर्ज कराई।
आरोपी मुंबई के एक बड़े बैंक में काम करता है। टिकट चेकर विशाल तुकाराम नवले ने कहा, "हम कल्याण-दादर AC लोकल ट्रेन में चेकिंग कर रहे थे, तभी हमें वह महिला मिली। पहली नजर में जब उसने अपना टिकट दिखाया तो कुछ भी गलत नहीं लगा। लेकिन जब हमने इसे ऊपर-नीचे स्क्रॉल किया, तो हमने देखा कि QR कोड गायब था। सबसे ऊपर एक वेब लिंक था। इससे मुझे अलर्ट मिला। मैंने दोबारा चेक किया, तो पता चला कि यह एक नकली टिकट था।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने ओमकार शर्मा (महिला के पति) को हिरासत में लिया। आगे जांच करने पर पता चला कि उसने WhatsApp से APK (Android Package Kit-Android ऑपरेटिंग सिस्टम में इस्तेमाल होने वाला फाइल फॉर्मेट) के तौर पर फाइल ली थी। उसने कहा कि इसे उसके पति ने शेयर किया था। उसने माना कि उसने इसे कई लोगों को बांटा है।" नवले के मुताबिक, ये यात्री अच्छे परिवारों से हैं। उन्होंने कहा, "यह काफी चौंकाने वाला है कि वे इस तरह का व्यवहार करते हैं। हमने ऐसे सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।"
CR की टिकट चेकिंग कम्युनिटी और कमर्शियल स्टाफ ने आगे जांच की तो पता चला कि ऐसे टिकट AI से सिर्फ तस्वीरों में ही नहीं बनते। बल्कि प्रोग्राम की पूरी कोडिंग एक ओरिजिनल UTS टिकट की तरह दिखती है। CR के चीफ पब्लिक रिलेशन्स ऑफिसर डॉ. स्वप्निल नीला ने कहा, "यह एक खतरनाक ट्रेंड है। हमने स्टाफ से अब और अधिक अलर्ट रहने को कहा है। हम सभी से अपील करते हैं कि वे इज्जत से यात्रा करें और ऐसे घटिया तरीकों में शामिल न हों।"
बता दें कि मुंबई के सबअर्बन रेल नेटवर्क पर एक परेशान करने वाला नया ट्रेंड सामने आने लगा है। यात्री किराए से बचने के लिए स्क्रीनशॉट एडिट करके मोबाइल टिकट नकली बना रहे हैं। खासकर प्रीमियम AC लोकल ट्रेनों और AC एक्सप्रेस ट्रेनों में जमकर फर्जीवाड़ा हो रहा है। यात्री अब UTS स्क्रीन में हेरफेर करते हैं या बिना पैसे दिए प्रीमियम AC सेवाओं में सफर करने के लिए नकली QR कोड बनाते हैं।