Ro-Ro Ferry: महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई और कोंकण के बीच एक नई रो-रो (Roll-On, Roll-Off) फेरी सेवा शुरू करने जा रही है। 1 सितंबर से शुरू होने वाली यह सेवा यात्रा के समय को काफी कम कर देगी, जिससे हजारों यात्रियों को फायदा होगा। गणेशोत्सव और होली जैसे त्योहारों के दौरान मुंबई-गोवा हाईवे पर घंटों ट्रैफिक में फंसने से बचने के लिए लोगों के लिए यह एक बहुत ही बढ़िया ऑप्शन होगा। आइए आपको बताते हैं इस रो-रो फेरी की पूरी डिटेल।
कितना लगेगा टाइम और किराया?
यह एम2एम (M2M) जहाज जयगढ़ (रत्नागिरी) तक की यात्रा को सिर्फ 3 घंटे और विजयदुर्ग (सिंधुदुर्ग) तक की यात्रा को 5 घंटे में पूरा कर देगा। यह सड़क मार्ग से लगने वाले 10-12 घंटों की तुलना में एक बड़ा अंतर है। इस फेरी का टिकट अलग-अलग बजट के लिए उपलब्ध है। यात्रियों के लिए किराया ₹2,500 (इकोनॉमी क्लास) से शुरू होकर ₹9,000 (फर्स्ट क्लास) तक है। कारों का किराया ₹6,000, दोपहिया वाहनों का ₹1,000 और साइकिल का ₹600 होगा। यह सर्विस लोगों को अपने वाहन साथ ले जाने की भी सुविधा देती है, जिससे आगे की यात्रा आसान हो जाएगी।
यह फेरी सर्विस एक बार में 50 चार-पहिया, 30 दोपहिया और मिनी-बस ले जाने में सक्षम है। यह मुंबई के भाऊचा धक्का को जयगढ़ और विजयदुर्ग के जेटी से जोड़ेगी।
कोंकण के लोगों के लिए साबित होगा गेम-चेंजर
इस सर्विस का शुभारंभ महाराष्ट्र सरकार द्वारा एक बड़ी पहल है, जिसे दक्षिण एशिया की सबसे तेज रो-रो सेवा कहा जा रहा है। मत्स्य और बंदरगाह विकास मंत्री नितेश राणे के अनुसार, इस परियोजना को 147 आवश्यक परमिट मिल चुके हैं और इसे विश्व स्तरीय सुरक्षा मानकों के साथ लागू किया गया है। यह पहल राज्य सरकार के उस प्लानिंग का एक अहम हिस्सा है, जिसका लक्ष्य कनेक्टिविटी को बढ़ाना और त्योहारों के दौरान अपने पैतृक गांवों की यात्रा करने वाले लाखों लोगों को राहत प्रदान करना है।
मुंबई से गोवा तक फेरी चलाने की भी है प्लानिंग
यह नया मुंबई-कोंकण मार्ग मुंबई और मांडवा (अलीबाग) के बीच मौजूदा रो-रो फेरी सेवा की सफलता के बाद शुरू किया जा रहा है। मुंबई-अलीबाग सेवा में करीब एक घंटे का समय लगता है। इसने तटीय शहर तक पहुंच को अधिक आसान बना दिया है, जिससे आमतौर पर तीन घंटे से अधिक लगने वाली सड़क यात्रा से बचा जा सकता है। यह नई सेवा एक बड़े नेटवर्क का भी अग्रदूत है। मंत्री नितेश राणे ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है, और निकट भविष्य में श्रीवर्धन और मांडवा जैसे और भी स्टॉप जोड़ने की योजना है। आने वाले समय में इस सेवा को गोवा तक विस्तारित करने की है, जिससे यात्रियों के लिए एक तेज, अधिक सुगम और टेंशन फ्री यात्रा का ऑप्शन उपलब्ध कराया जा सके।