Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्य के कुछ हिस्सों में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति को उजागर करते हुए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तत्काल तैनाती का अनुरोध किया है। मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ जारी प्रदर्शन से से जुड़ी हिंसक झड़पों में पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई। इसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि राज्य में वक्फ कानून लागू नहीं किया जाएगा। बढ़ती अशांति के बीच कलकत्ता हाई कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनाती का आदेश दिया।
इस बीच, बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने एक वीडियो शेयर दावा किया है कि मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद उस इलाके से हिंदू समुदाय पलायन कर रहा है। X पर एक पोस्ट में अधिकारी ने लिखा, "धार्मिक रूप से प्रेरित कट्टरपंथियों के डर से मुर्शिदाबाद के धुलियान से 400 से अधिक हिंदू नदी पार भागने और लालपुर हाई स्कूल, देवनापुर-सोवापुर जीपी, बैष्णबनगर, मालदा में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं। बंगाल में धार्मिक उत्पीड़न वास्तविक है।"
वरिष्ठ BJP नेता ने एक्स पर कहा, "मैं जिले में तैनात केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, राज्य पुलिस और जिला प्रशासन से इन विस्थापित हिंदुओं की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने और इस जिहादी आतंक से उनके जीवन की रक्षा करने का आग्रह करता हूं।" हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को रोकने में राज्य सरकार की पूरी तरह से विफलता की ओर इशारा करते हुए अधिकारी ने कहा, "टीएमसी की तुष्टिकरण की राजनीति ने कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा दिया है। हिंदुओं का शिकार किया जा रहा है, हमारे लोग अपनी ही जमीन पर अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं! कानून और व्यवस्था को इस तरह से टूटने देने के लिए राज्य सरकार को शर्म आनी चाहिए।"
मुर्शिदाबाद में हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान तीन लोगों की मौत के सिलसिले में 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बंगाल पुलिस ने रविवार को कहा कि मुस्लिम बहुल जिले में कहीं से भी हिंसा की कोई नई घटना सामने नहीं आई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जिले के सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है। रात भर छापेमारी जारी रही और 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।"
उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं। संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हिंसा की घटनाओं की जांच जारी है, और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।"
शुक्रवार को नए कानून के विरोध में राज्य के विभिन्न हिस्सों खासकर मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़कने पर पुलिस वैन समेत कई वाहनों में आग लगा दी गई थी। सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके गए और सड़कें जाम कर दी गई थीं। शनिवार को भी कुछ जगहों पर हिंसा भड़कने की खबरें आईं। शुक्रवार को हुई हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई। वहीं, इस हिंसा में कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए।