PM Modi: आज से नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को एक खास तोहफा दिया है। उन्होंने रविवार को एक एक्स पोस्ट में कहा कि नवरात्रि का उत्सव 'जीएसटी बचत उत्सव' के साथ मिलकर 'स्वदेशी' की भावना को नई ऊर्जा देगा। उन्होंने लोगों से त्योहारी सीजन में स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का आग्रह किया और एक विकसित व आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सामूहिक रूप से योगदान देने का आह्वान किया। जीएसटी काउंसिल द्वारा 375 से अधिक वस्तुओं पर टैक्स दरों में कटौती का यह फैसला आज, 22 सितंबर से लागू हो गया है, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी सैकड़ों चीजें सस्ती हो गई हैं।
'डबल बोनांजा' से से होगी हर घर में बचत
जीएसटी में हुई कटौती के साथ ही, केंद्र सरकार ने बजट में ₹12 लाख तक की आय को टैक्स से छूट देने का ऐलान किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे गरीबों, 'नियो-मिडिल क्लास' और मध्यम वर्ग के लिए एक 'डबल बोनांजा' बताया। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में कमी और आय में टैक्स छूट से घरों को सालाना ₹2.5 लाख करोड़ तक की बचत होने की उम्मीद है, जिससे परिवारों के लिए अपनी आकांक्षाओं को पूरा करना आसान होगा।
किचन से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक, जानिए क्या-क्या हुआ सस्ता?
आज से लागू हुई नई जीएसटी दरों के बाद, लगभग हर वर्ग की वस्तुओं पर टैक्स कम हो गया है।
किचन के सामान: घी, पनीर, मक्खन, नमकीन, केचप, जैम, ड्राई फ्रूट्स, कॉफी और आइसक्रीम जैसे खाद्य पदार्थों पर जीएसटी दरें कम हो गई हैं।
दैनिक उपयोग की वस्तुएं: साबुन, टूथपेस्ट, और स्वास्थ्य बीमा जैसी चीजें या तो टैक्स-फ्री हो गई हैं या इन पर सबसे कम 5% टैक्स लगेगा।
घरेलू उपकरण: टीवी, एसी और वॉशिंग मशीन जैसे एस्पिरेसनल प्रोडक्ट्स की कीमतें भी कम हो गई हैं, क्योंकि इन पर टैक्स की दरें 28% से घटाकर 18% कर दी गई हैं।
स्वास्थ्य सेवाएं: हेल्थकेयर सेक्टर में भी बड़ी राहत मिली है, क्योंकि दवाइयां, मेडिकल डिवाइसेस, ग्लूकाेमीटर्स और डायग्नोस्टिक किट्स पर जीएसटी घटाकर 5% कर दिया गया है।
अन्य: निर्माण क्षेत्र में भी फायदा होगा, क्योंकि सीमेंट पर जीएसटी की दर को 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है।
स्वदेशी को बढ़ावा, आत्मनिर्भर भारत का संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी अपनाने के महत्व पर जोर दिया, जिसे उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया था। उन्होंने कहा कि जीएसटी सुधार लोगों को स्वदेशी उत्पादों को खरीदने के लिए प्रोत्साहित करेंगे, जिससे 'आत्मनिर्भर भारत' का संकल्प और मजबूत होगा। उन्होंने राज्यों से भी विनिर्माण को बढ़ावा देने, 'मेड इन इंडिया' को प्रोत्साहित करने और निवेश के लिए नए अवसर पैदा करने का आग्रह किया।