ओडिशा पुलिस ने बुधवार को केओंझार के जंगल से लापता महिला कांस्टेबल शुभमित्रा साहू का शव बरामद किया। उस समय तक पुलिस को दो बातों का शक साफ हो चुका था- पहली, कि शुभमित्रा ने गुपचुप शादी की थी, और दूसरी, कि वह “निराशा” के चलते इस शादी को तोड़ना चाहती थी। इन्हीं कारणों ने शक की सुई उसके पति और पुलिस कांस्टेबल दीपक राउत की ओर मोड़ दी। बुधवार शाम को पुलिस ने 39 साल के राउत को 25 साल की साहू की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया, जिससे उसने पिछले साल गुपचुप तरीक से शादी कर ली थी।
साहू 6 सितंबर को लापता हो गई थी और पुलिस ने साहू की मां की शिकायत के आधार पर जांच शुरू की थी, जिसमें पता चला कि उसकी कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी और उसे राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 180 किलोमीटर दूर जंगल में दफना दिया गया था।
पारादीप की रहने वाली साहू, जो भुवनेश्वर ट्रैफिक डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस कार्यालय में तैनात थीं, उसका कथित तौर पर राउत के साथ शादी समारोह को लेकर पैसों के विवाद में झगड़ा चल रहा था।
पुलिस कमिश्नर एस देव दत्ता सिंह ने कहा, "जांच के दौरान सामने आए साक्ष्यों और पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि दीपक राउत ने 6 सितंबर को साहू की हत्या कर दी होगी और उसके शव को भुवनेश्वर से लगभग 180 किलोमीटर दूर जंगल में दफना दिया होगा।"
पुलिस के अनुसार, इस बात के “पुख्ता संकेत” हैं कि दोनों पति पत्नी के बीच पैसों को लेकर झगड़ा हुआ था।
कमिश्नर सिंह ने बताया, "राउत ने साहू से 10 लाख रुपए उधार लिए थे। हालांकि हमें उसके कुछ पैसे लौटाने की जानकारी भी मिली है, लेकिन यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि उसने वास्तव में कितने पैसे लौटाए। लेकिन पीड़िता शादी समारोह के लिए और पैसे मांग रही थी। इस बात को लेकर पहले भी उनका झगड़ा हो चुका था।"
इसके अलावा, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या राउत ने एक करोड़ रुपए के जीवन बीमा के लिए साहू की हत्या की थी।
जांच के दौरान पुलिस को कथित तौर पर पता चला कि राउत और साहू ने पिछले साल जुलाई में गुपचुप तरीके से कोर्ट मैरिज कर ली थी। फिर, साहू के फोन को ट्रैक करके पुलिस को कथित तौर पर पता चला कि वह तीर्थयात्रा के लिए मथुरा, वाराणसी और पुरी गई थी। उसके कॉल रिकॉर्ड देखने से यह भी पता चला कि उसने "कहीं भागने" की इच्छा जताई थी।
इस जानकारी के आधार पर, पुलिस ने तीनों शहरों के अलग-अलग मठों में उसकी तलाश करने की असफल कोशिश की। इस बीच, लापता महिला कांस्टेबल की तलाश जारी रही, राउत को पूछताछ के लिए लाया गया।
पुलिस कमिश्नर एस देव दत्ता सिंह ने कहा, "हमने दीपक की गतिविधियों की भी साथ में जांच शुरू की और उसकी गतिविधियों, हाल ही में मिले लोगों और उनकी बातचीत का विश्लेषण किया। कॉल रिकॉर्ड का विश्लेषण करने, अलग-अलग लोगों से पूछताछ करने और उसके बयानों में विरोधाभास देखने के बाद, हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि दीपक ने ही साहू की हत्या की।"
पुलिस के मुताबिक, राउत ने 6 सितंबर को साहू की कार में गला घोंटकर हत्या कर दी और उसे जंगल में दफना दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बुधवार सुबह राउत को अपराध की "रीक्रिएशन" के लिए जंगल में ले जाया गया था। उन्होंने आगे बताया कि शव को ठिकाने लगाने में और लोगों के शामिल होने की जांच चल रही है।