Operation Sindoor: '22 मिनट का ऑर्केस्ट्रा था ऑपरेशन सिंदूर', सेना प्रमुख ने बताया कैसे चुन-चुन कर तबाह किए आतंकी ठिकाने

General Upendra Dwivedi: जनरल द्विवेदी ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर एक भरोसेमंद ऑर्केस्ट्रा था जहां हर संगीतकार ने अपनी जबरदस्त भूमिका निभाई। यही कारण है कि हम 22 मिनट में नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर सके, और 88 घंटों में यह लड़ाई खत्म हो गई'

अपडेटेड Nov 23, 2025 पर 12:19 PM
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'ऑपरेशन सिंदूर' 7 मई को लॉन्च किया गया था, जिसके तहत PoK में कई आतंकी ठिकानों को खत्म कर दिया गया

Army Chief Gen Upendra Dwivedi: सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को 'एक भरोसेमंद ऑर्केस्ट्रा' बताते हुए कई बड़े खुलासे किये हैं। उन्होंने बताया कि कैसे भारतीय सशस्त्र बलों ने खुफिया जानकारी, सटीकता और तकनीक के तालमेल से सिर्फ 22 मिनट के भीतर नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था।

दिल्ली के एक प्रबंधन संस्थान के दीक्षांत समारोह में बोलते हुए कहा कि, 'इस ऑपरेशन ने बदलती परिस्थितियों के अनुकूल ढलने और 'दूरदर्शिता' की क्षमता का प्रदर्शन किया। बता दें कि 'ऑपरेशन सिंदूर' 7 मई की सुबह लॉन्च किया गया था, जिसके तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में कई आतंकी ठिकानों को खत्म कर दिया गया।

22 मिनट का एक्शन और 88 घंटों में जंग का खात्मा


जनरल द्विवेदी ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर एक भरोसेमंद ऑर्केस्ट्रा था जहां हर संगीतकार ने अपनी जबरदस्त भूमिका निभाई। यही कारण है कि हम 22 मिनट में नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर सके, और 88 घंटों में यह लड़ाई खत्म हो गई। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन 'क्षण में नहीं, बल्कि वर्षों की कल्पना के माध्यम से आकार दी गई प्रतिक्रिया' थी कि कैसे खुफिया, सटीकता और प्रौद्योगिकी कार्रवाई में बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि ;निर्णय लेने का समय बिल्कुल नहीं था, अगर हमने पहले से कल्पना नहीं की होती और पूरी टीम पर भरोसा नहीं किया होता।'

इससे पहले 17 नवंबर को उन्होंने कहा था, 'ऑपरेशन सिंदूर 1.0 पर, मैं कहूंगा कि फिल्म शुरू भी नहीं हुई थी, केवल एक ट्रेलर दिखाया गया था, और 88 घंटों के बाद वह ट्रेलर खत्म हो गया।'

बदलते वैश्विक परिदृश्य में '6 C's' पर करना होगा फोकस

सेना प्रमुख ने अपने भाषण में बदलती वैश्विक गतिशीलता और एक विघटनकारी शक्ति के रूप में प्रौद्योगिकी के पहलुओं पर बात की। उन्होंने कहा कि आज के भू-अर्थशास्त्र के व्याकरण में पारंपरिक व्याकरण की जगह 6 C's आ गए हैं: जो सहयोग, सहभागिता , सह-अस्तित्व, प्रतिस्पर्धा, विरोध और संघर्ष। उन्होंने कहा कि हमें इन 6 C's को एक साथ जानना होगा, क्योंकि रणनीतिक व्यवहारों के साथ-साथ भविष्य में छात्रों को भी इनसे निपटना होगा।

जनरल द्विवेदी ने सैन्य विकास में टेक्नोलॉजी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि, गहरी खाइयों से लेकर इंटेलिजेंट नेटवर्क तक, राइफलों से लेकर ड्रोन तक, और बूट्स से लेकर बॉट्स तक सभी को टेक्नोलॉजी ने बदल दिया है।

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