S. Jaishankar On PAK Army: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को एक कार्यक्रम में पाकिस्तान को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत की कई पुरानी और मौजूदा समस्याओं की मुख्य जड़ पाकिस्तान की सेना है। जयशंकर ने पाकिस्तानी सेना को नई दिल्ली के प्रति वैचारिक दुश्मनी और आतंकवाद का स्रोत बताया।
आतंकवाद की फैक्ट्री है पाक सेना
विदेश मंत्री ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि, जब आप आतंकवाद, प्रशिक्षण शिविरों और भारत के प्रति वैचारिक शत्रुता को देखते हैं, तो यह सब कहां से आता है? जयशंकर के अनुसार, यह वैचारिक शत्रुता पूरी तरह से पाकिस्तानी सेना से आती है। उन्होंने कहा कि भारत को दोनों पड़ोसी देशों की क्षमताओं और वैश्विक प्रतिष्ठा में 'स्पष्ट अंतर' को देखते हुए पाकिस्तान से अपनी तुलना करने की सनक से बचना चाहिए।
पाक सेना प्रमुख पर कसा तंज
पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर पर टिप्पणी करते हुए जयशंकर ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि, 'जैसे अच्छे आतंकवादी और बुरे आतंकवादी होते हैं, वैसे ही अच्छे सैन्य नेता और कम-अच्छे सैन्य नेता होते हैं।' यह टिप्पणी सीधे तौर पर पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक संरचना के दोहरे मानदंडों पर की गई है।
'ऑपरेशन सिंदूर' और भारत के सिद्धांत
जयशंकर से पूछा गया कि क्या भारत 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान कुछ अलग तरीके से कार्रवाई कर सकता था। इसके जवाब में उन्होंने भारत की कार्रवाई को नियम, पारदर्शिता और जवाबदेही पर आधारित बताया। उन्होंने जोर देकर कहा, 'कुछ चीजें हैं जो हम करते हैं, और कुछ चीजें हैं जो हम नहीं करते। हमारे अपने सिद्धांत हैं। अगर हम कोई कदम उठाते हैं, तो हम लोगों, मीडिया और नागरिक समाज के प्रति जवाबदेह होते हैं।' जयशंकर ने स्पष्ट किया कि, 'खुद की तुलना पाकिस्तान करना अवास्तविक होगा'।
यह ऑपरेशन मई में पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में आतंकियों के खिलाफ किया गया था। इस दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में नौ स्थानों पर 24 मिसाइल हमले किए गए थे। इन हमलों में 70 आतंकवादी मारे गए थे और 60 से अधिक घायल हुए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसे भारत ने मनमाना बताया था। दोनों पक्षों ने 10 मई को युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की थी।