Parliament Winter Session 2025: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद अनुराग ठाकुर ने गुरुवार (11 दिसंबर) को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक सांसद पर ई-सिगरेट पीने का आरोप लगाया। इस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कार्रवाई की बात कही। अनुराग ठाकुर के आरोप लगाने के बाद हंगामा मच गया। यह घटना हिमाचल प्रदेश में 'टिंबर माफिया' पर चल रही चर्चा के दौरान हुई। ठाकुर ने कहा कि लोकसभा परिसर में ई-सिगरेट का इस्तेमाल नियम का स्पष्ट उल्लंघन है। उन्होंने स्पीकर ओम बिरला से इस मामले में कार्रवाई करने का आग्रह किया। हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर सांसद का नाम नहीं लिया।
ठाकुर ने प्रश्नकाल में हिमाचल प्रदेश से संबंधित पूरक प्रश्न पूछने के दौरान कहा, "देशभर में ई-सिगरेट पर प्रतिबंध है। सदन में क्या ई-सिगरेट पीने की अनुमति है?" जब लोकसभा स्पीकर बिरला ने 'नहीं में जवाब दिया तो ठाकुर ने कहा, "तृणमूल कांग्रेस के एक सदस्य पिछले कई दिन से सदन में ई-सिगरेट पी रहे हैं।" हालांकि, BJP सांसद ने किसी सदस्य का नाम नहीं लिया।
उन्होंने इस मामले में आसन से तत्काल जांच कराकर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने स्पीकर से अनुरोध किया, "यह बड़ा विषय है। अभी जांच करवाईए।" स्पीकर ओम बिरला ने तुरंत जवाब दिया, "सदन में किसी भी तरह की सिगरेट को लाने या पीने की किसी को अनुमति नहीं है।"
इसके बाद ठाकुर ने विपक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा, "टीएमसी सांसद सिगरेट पी रहे हैं। यह सांसद कई दिनों से ऐसा कर रहे हैं। क्या अब लोकसभा में सिगरेट पीना मान्य है? कृपया इस मामले की जांच कराएं।" इस आरोप के तुरंत बाद सदन में हलचल मच गई। सत्ता पक्ष के सदस्य बोले, "कैसे कोई सदस्य सदन में बैठकर सिगरेट पी सकता है? यह बिल्कुल अस्वीकार्य है।"
ठाकुर के इस बयान पर टीएमसी सांसदों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। जबकि कई बीजेपी सांसदों ने अपनी सीटों से आरोपों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि टीएमसी सदस्य नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। स्पीकर ने फिर से स्पष्ट किया कि सदन में किसी भी सांसद को सिगरेट पीने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा, "यदि इस तरह की घटना स्पष्ट रूप से मेरे ध्यान में आएगी तो उचित कार्रवाई की जाएगी।"
उनके साथ निशिकांत दुबे, जगदंबिका पाल समेत कुछ अन्य BJP सदस्य भी खड़े होकर कार्रवाई की मांग करते देखे गए। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ भी खड़े थे। हंगामे के बीच बिरला ने सभी सदस्यों से संसदीय परंपराओं और संसदीय नियमों का अनुपालन करने का अनुरोध करते हुए BJP सांसदों से कहा, "अगर आपको किसी मुद्दे पर कोई आपत्ति है तो लिखकर दे दें। कोई ऐसा विषय होगा तो कार्रवाई करुंगा।"
बता दें कि साल 2019 से पूरे देश में ई-सिगरेट पर प्रतिबंध है। केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के उत्पादन, आयात, बिक्री, वितरण और विज्ञापन पर रोक लगा दी है। दिसंबर 2019 में संसद के दोनों सदनों ने इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, वितरण, भंडारण और विज्ञापन) विधेयक पास कर इसे कानून में बदल दिया।