नीतीश कुमार ने पटना मेट्रो को दिखाई हरी झंडी, आम यात्रियों के लिए कब से खुलेगी? जानें पूरी डिटेल्स
Patna Metro: पटना के लोगों का लंबे समय से चला आ रहा इंतजार आखिर खत्म हुआ। सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन किया। इस मौके पर शहर में उत्साह का माहौल रहा। मेट्रो शुरू होने से अब राजधानी के लोगों को ट्रैफिक से राहत और सफर में आसानी मिलेगी
Patna Metro: मेट्रो की बोगियों को मधुबनी पेंटिंग से सजाया गया है।
राजधानी पटना में आज का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। सोमवार सुबह शहरवासियों के चेहरे पर खुशी झलक उठी जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुप्रतीक्षित पटना मेट्रो रेल परियोजना का शुभारंभ किया। बरसों से जिस आधुनिक परिवहन प्रणाली का इंतज़ार था, वो अब हकीकत बन चुकी है। पहले ही दिन मेट्रो स्टेशन पर भीड़ उमड़ पड़ी और हर कोई इस नए सफर का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित दिखा। इस मौके पर मेट्रो ट्रेन को फूलों से सजाया गया था, जबकि शहर के कई हिस्सों में उद्घाटन का लाइव प्रसारण किया गया। पटना की गलियों में आज सिर्फ मेट्रो के चर्चे थे
बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई इसे ‘नई पटना की पहचान’ बता रहा था। अब राजधानी का ट्रैफिक कम होगा और लोगों को सफर में समय की बड़ी बचत मिलेगी। इस परियोजना के साथ बिहार ने आधुनिकता की ओर एक मजबूत कदम बढ़ाया है।
अब मेट्रो से पटना में होगी तेज और आरामदायक यात्रा
मेट्रो का पहला चरण न्यू ISBT से भूतनाथ स्टेशन तक शुरू किया गया है। इस मार्ग में तीन स्टेशन न्यू ISBT, जीरो माइल और भूतनाथ शामिल हैं। ये ट्रैक लगभग 4.5 किलोमीटर लंबा है। फिलहाल मेट्रो 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।
मेट्रो का किराया भी काफी सस्ता रखा गया है
न्यू ISBT से जीरो माइल: ₹15
न्यू ISBT से भूतनाथ: ₹30
मेट्रो सेवा का समय सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक रहेगा। मंगलवार से आम यात्री इस सफर का आनंद उठा सकेंगे।
शहर को मिलेगी जाम से राहत
पटना में ट्रैफिक जाम लंबे समय से बड़ी समस्या रहा है। मेट्रो के शुरू होने से इस परेशानी में काफी कमी आने की उम्मीद है। ये परियोजना शहर में यातायात को सुगम और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने की दिशा में अहम कदम है।
पहले चरण के बाद आने वाले समय में मेट्रो नेटवर्क को और क्षेत्रों तक फैलाने की योजना है। इससे शहर के दूर-दराज इलाकों को भी मुख्य हिस्सों से जोड़ा जाएगा।
मेट्रो के अंदर की आधुनिक सुविधाएं
पटना मेट्रो के हर कोच में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है।
हर बोगी में 360 डिग्री सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
दो इमरजेंसी बटन और माइक सिस्टम मौजूद हैं।
किसी भी आपात स्थिति में यात्री बटन दबाकर सीधे ड्राइवर से बात कर सकते हैं।
तीनों बोगियों में 138 यात्री बैठ सकते हैं और 945 खड़े होकर यात्रा कर सकते हैं।
मधुबनी पेंटिंग से सजी मेट्रो की बोगियां
पटना मेट्रो को बिहार की संस्कृति से जोड़ने की कोशिश की गई है। मेट्रो की बोगियों को मधुबनी पेंटिंग से सजाया गया है। नारंगी रंग की ट्रेन के अंदर और बाहर गोलघर, महावीर मंदिर, नालंदा खंडहर, बुद्ध स्तूप जैसे प्रतीक चिन्हों की तस्वीरें लगाई गई हैं। इससे यात्रियों को हर सफर में बिहार की झलक मिलेगी।
सुरक्षा जांच के बाद मिली मंजूरी
मेट्रो सेवा शुरू करने से पहले रेल सेफ्टी कमिश्नर (CMRS) ने पूरे सिस्टम की जांच की थी। इसमें सिग्नलिंग सिस्टम, ब्रेकिंग, ट्रैक की मजबूती और सुरक्षा मानक शामिल थे। सभी परीक्षण सफल रहने के बाद ही मेट्रो को हरी झंडी दी गई।
भूमिगत स्टेशन और टनल का शिलान्यास
उद्घाटन के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेट्रो के पहले कॉरिडोर के छह भूमिगत स्टेशनों और 9.35 किलोमीटर लंबे टनल का भी शिलान्यास किया।
यह टनल पटना जंक्शन से मीठापुर तक बनेगा।
परियोजना पर करीब 2565 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इसमें रुकनपुरा, राजा बाजार, चिड़ियाघर, विकास भवन, विद्युत भवन और पटना जंक्शन स्टेशन शामिल हैं।
बिहार में आधुनिक ट्रांसपोर्ट
पटना मेट्रो सिर्फ एक परिवहन साधन नहीं, बल्कि बिहार के विकास की नई पहचान है। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी बल्कि प्रदूषण और ट्रैफिक दोनों में कमी आएगी। आने वाले कुछ महीनों में जैसे-जैसे इसका नेटवर्क बढ़ेगा, वैसे-वैसे पटना का चेहरा भी बदलेगा।