पटना में मेट्रो का लंबे समय से इंतजार था और अब यह जल्द ही आम जनता के लिए शुरू होने वाला है। फिलहाल लोग इसे एलिवेटेड ट्रैक पर दौड़ते हुए देखकर उत्साहित हैं और आने वाले दिनों में यह शहरवासियों को एक नया सफर अनुभव देने वाली है। शुरुआती तीन स्टेशनों को फाइनल टच दिया जा रहा है और रोजाना मेट्रो का ट्रायल चल रहा है। ट्रायल के दौरान ट्रेन की गति, लाइटिंग और अन्य सुरक्षा उपकरणों की जांच की जा रही है ताकि उद्घाटन के समय सफर पूरी तरह सुरक्षित और आरामदायक हो। पटना मेट्रो के संचालन से शहर में यातायात की सुविधा बढ़ेगी और लोगों को समय की बचत भी होगी।
अधिकारियों के अनुसार, नवरात्र तक पटना वासी मेट्रो की सवारी का आनंद उठा सकेंगे। ये न केवल रोजमर्रा की यात्रा आसान बनाएगा, बल्कि शहर में आधुनिक परिवहन का नया अनुभव भी देगा।
शुरुआती ट्रायल और तैयारियां
मेट्रो के ट्रायल का उद्देश्य स्टेशन और ट्रैक की तैयारी को अंतिम रूप देना है। फिलहाल स्टेशनों में इंट्री-एग्जिट व्यवस्था, लाइटिंग और अन्य जरूरी उपकरण इंस्टॉल किए जा रहे हैं। ट्रायल के दौरान ट्रेन डिपो से भूतनाथ रोड तक दौड़ी और संचालन सफल रहा। बैरिया में स्थित मेट्रो डिपो, जो 76 एकड़ में फैला है, लगभग पूरी तरह तैयार है।
मेट्रो की सवारी के लिए किराया तय हो गया है। छोटी दूरी के लिए न्यूनतम 15 रुपये और लंबी दूरी के लिए अधिकतम 30 रुपये टिकट का शुल्क रहेगा। उदाहरण के लिए, न्यू आईएसबीटी से जीरो माइल तक का किराया 15 रुपये है, जबकि न्यू आईएसबीटी से भूतनाथ तक 30 रुपये। भविष्य में मेट्रो भूतनाथ से मलाही पकड़ी तक बढ़ेगी, तब किराया थोड़ा बढ़ सकता है।
पटना मेट्रो दिन में लगभग 14–15 घंटे चलेगी। एक फेरे में लगभग 20 मिनट का समय लगेगा। टाइमिंग को अंतिम रूप दिया जा रहा है और जैसे ही तय होगा, इसे जनता के लिए घोषित किया जाएगा।
पटना मेट्रो शहर के परिवहन में नई रफ्तार लेकर आएगी। ये सिर्फ सफर आसान नहीं बनाएगी, बल्कि ट्रैफिक में सुधार, समय की बचत और सुरक्षित यात्रा का अनुभव भी देगी। शुरुआती ट्रायल और तैयारियां इस बात का संकेत हैं कि शहर जल्द ही मेट्रो के फायदे उठाने वाला है।