Air India: एयर इंडिया के बेड़े में शामिल बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। 14 जून को हुए अहमदाबाद विमान हादसे के बाद से लगातार इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं अब भारतीय पायलट संघ ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू को पत्र लिखकर एयर इंडिया के सभी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानें अस्थायी रूप से रोकने की मांग की है। भारतीय पायलट संघ ने ड्रीमलाइनर विमानों की कड़ी जांच, खासकर उनकी इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की खराबी की जांच करवाने का अनुरोध किया है।
भारतीय पायलट संघ ने क्या लिखा
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पत्र में लिखा गया है, "एआई-171 विमान की दुर्घटना के बाद एयर इंडिया के कई विमानों में तकनीकी खामियां देखी गई हैं। बी-787 विमानों में आ रही इन खराबियों की जांच न करना हवाई सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो सकता है। इसलिए हम माननीय मंत्री जी से आग्रह करते हैं कि एयर इंडिया के सभी बी-787 विमानों को फिलहाल ग्राउंड किया जाए और खासतौर पर उनकी इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की जांच कराई जाए।"
हाल ही में हुए तकनीकी खराबियों का जिक्र
पत्र में बोइंग 787 विमानों में हाल ही में हुई दो तकनीकी खराबियों का जिक्र किया गया है। पहला मामला एयर इंडिया की उड़ान संख्या 117 का है, जिसमें 4 अक्टूबर को बर्मिंघम पहुंचने से पहले रैम एयर टर्बाइन (RAT) को तैनात करना पड़ा। दूसरा मामला वियना से दिल्ली आ रही एआई-154 फ्लाइट का है, जिसमें तकनीकी दिक्कतें आने की वजह से 9 अक्टूबर को प्लेन को दुबई की ओर मोड़ना पड़ा था।
पत्र के अंत में मंत्री से तीन महत्वपूर्ण अनुरोध किए गए है। "पहला, एआई-117 और एआई-154 उड़ानों में हाल ही में हुई घटनाओं की गहन जांच कराई जाए। दूसरा, एयर इंडिया के सभी बी-787 विमानों को फिलहाल ग्राउंड किया जाए और उनकी इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई व बार-बार आने वाली तकनीकी खामियों की गहन जांच की जाए। तीसरा, डीजीसीए के उड़ान सुरक्षा निदेशालय (FSD), वायु सुरक्षा और उड़ान योग्यता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा एयर इंडिया का विशेष ऑडिट कराने का आदेश दिया जाए।"