GST में हुए बड़े बदलाव की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि हमने जीएसटी पर जो वादा किया था, वो पूरा कर दिया है। PM मोदी ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों के साथ दिल्ली में अपने आवास पर मुलाकात की और इस दौरान उन्हें संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि समय पर बदलाव के बिना, हम अपने देश को आज की वैश्विक परिस्थितियों में उसका उचित स्थान नहीं दिला सकते। मैंने इसी बार 15 अगस्त को लाल किले से कहा था कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अगली पीढ़ी के सुधार बहुत जरूरी हैं। मैंने देशवासियों से ये वादा भी किया था कि इस दिवाली और छठ पूजा से पहले खुशियों की डबल बौछार होगी।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैंने इस बार 15 अगस्त को लाल किले से कहा था कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म करना बहुत जरूरी है। मैं देशवासियों से भी ये वादा किया था कि इस दिवाली और छठ पूजा से पहले खुशियों का डबल धमाका होगा।"
GST रिफॉर्म पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "कल भारत सरकार ने राज्य के साथ मिलकर के बहुत बड़ा निर्णय किया है। अब GST और भी ज्यादा सरल हो गया है। GST के मुख्यतः दो ही रेट रह गए हैं- 5% और 18%। 22 सितंबर सोमवार यानि नवरात्र के पहले दिन से GST की नई दरें लागू हो जाएंगी।
उन्होंने कहा, "इस बार धनतेरस की रौनक भी और ज्यादा रहेगी। क्योंकि दर्जनों चीजों पर टैक्स अब बहुत ही कम हो गया है। 8 साल पहले जब GST लागू हुआ, तो कई दशकों का सपना साकार हुआ। ये आजाद भारत का सबसे बड़े आर्थिक सुधारों में से एक था।"
PM मोदी ने कहा, "21वीं सदी में आगे बढ़ते भारत में GST में भी नेक्स्ट-जनरेशन रिफॉर्म किया गया है। GST 2.0 ये देश के लिए सपोर्ट और ग्रोथ की डबल डोज है।
उन्होंने कहा कि नए GST रिफॉर्म से देश के हर परिवार को बहुत बड़ा फायदा होगा। गरीब, न्यो मिडिल क्लास, मिडिल क्लास, महिलाएं, स्टूडेंट्स, किसान, नौजवान... सभी को जीएसटी टैक्स कम करने से जबर्दस्त फायदा होगा।
मोदी ने कहा कि GST में बदलाव से भारत की शानदार अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं। पहला, टैक्स सिस्टम कहीं ज्यादा आसान हुआ। दूसरा, भारत के नागरिकों की क्वालिटी ऑफ लाइफ और बढ़ेगी। तीसरा, उपभोग और ग्रोथ दोनों को नया बूस्टर मिलेगा। चौथा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से निवेश और नौकरी को बल मिलेगा। पांचवां, विकसित भारत के लिए कॉपरेटिव फेडरलिज्म और मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में सामानों पर कितनी बड़ी मात्रा टैक्स लिया जाता था। 2014 में मेरे आने से पहले रसोई का सामान हो, खेती किसानी से जुड़े सामान हो या फिर दवाइयां हो, यहां तक जीवन बीमा पर भी, ऐसी अनेक चीजों पर कांग्रेस सरकार अलग अलग टैक्स लेती थी।
प्रधानमंत्री ने कहा, "अगर वही दौर होता, तो आज आपको 100 रुपए की कोई चीज खरीदते, तो आपको 20-25 रुपए टैक्स देना होता। लेकिन हमारी सरकार का मकसद है कि आम लोगों के जीवन में बचत ज्यादा से ज्यादा कैसे हो, लोगों का जीवन बेहतर बने।"