PM Narendra Modi Visit Saudi Arabia : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अप्रैल को सऊदी अरब के दो दिन के दौरे पर जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के न्योते पर सऊदी अरब जा रहे हैं। इस दौरे पर दोनों देशों में पश्चिम एशिया और यूरोप में चल रहे संघर्षों पर अहम बातचीत होगी। इस चर्चा में गाजा और यूक्रेन की स्थिति पर खास ध्यान दिया जाएगा। इस दौरान दोनों देशों को क्षेत्रीय मुद्दों पर अपने विचार साझा करने का अवसर मिलेगा।
पीएम मोदी जाएंगे सऊदी अरब
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने जानकारी दी कि, पीएम मोदी के इस दौरे में पश्चिम एशिया में चल रहे संकट पर भी बातचीत होगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को खुशी है कि सऊदी अरब इस क्षेत्र में बातचीत की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में मदद कर रहा है। हूथी विद्रोहियों से जुड़े मुद्दा भी चर्चा में शामिल होगा। वहीं सऊदी अरब की जेलों में बंद भारतीय नागरिकों का मुद्दा प्रधानमंत्री मोदी की आगामी यात्रा के दौरान प्रमुख एजेंडे में शामिल रहेगा। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि सऊदी अरब की जेलों में इस समय बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक कैद हैं। इस मामले को भारत का मिशन और वाणिज्य दूतावास लगातार स्थानीय अधिकारियों के साथ उठाते रहते हैं।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि भारत और सऊदी अरब के बीच कैदियों के स्थानांतरण और कानूनी सहयोग को लेकर द्विपक्षीय समझौते हो चुके हैं, लेकिन अब तक कोई स्थानांतरण नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और प्रधानमंत्री मोदी की बैठकों में इसे खास तौर पर उठाया जाएगा। वहीं हज यात्रियों से जुड़ी औपचारिकताओं और कोटा व्यवस्था को लेकर उठ रही चिंताओं पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत इन लंबित मामलों को सुलझाने के लिए सऊदी अधिकारियों से लगातार बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा, "हज यात्रियों की सुविधा हमारे लिए एक बेहद अहम मुद्दा है।"
इन अहम मुद्दों पर होगी बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह सऊदी अरब की तीसरी यात्रा होगी। इससे पहले सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भी भारत की यात्रा कर चुके हैं। यह दौरा दोनों देशों के बीच पहले से बनी रणनीतिक भागीदारी परिषद पर आधारित है। उल्लेखनीय है कि 2016 में प्रधानमंत्री मोदी को सऊदी अरब का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भी दिया गया था। इस यात्रा के दौरान रक्षा सहयोग, ऊर्जा सुरक्षा, भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (IMEEC) और मुक्त व्यापार समझौते (FTA) जैसे अहम मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
व्यापर समझौते पर भी होगी बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और सऊदी अरब के बीच रक्षा और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करना है। इस दौरान क्षेत्रीय संपर्क परियोजना IMEEC और खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर भी चर्चा की जाएगी। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि यह दौरा सऊदी अरब के "रणनीतिक साझेदार" के रूप में महत्व को दर्शाता है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा और इस्लामी देशों में उसकी भूमिका इस यात्रा का अहम हिस्सा है।
सऊदी अरब भारत का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा आपूर्तिकर्ता है और भारत के कुल एलपीजी आयात का लगभग 18% हिस्सा देता है। कच्चे तेल की खरीद को लेकर चर्चा बंद कमरे में की जाएगी, लेकिन सऊदी अरब को एक भरोसेमंद ऊर्जा साझेदार माना जाता है। रक्षा सहयोग भी इस यात्रा का महत्वपूर्ण पहलू रहेगा। भारत और सऊदी अरब पहले ही संयुक्त सैन्य और नौसेना अभ्यास कर चुके हैं। भारत फिलहाल सऊदी अरब को गोला-बारूद की आपूर्ति करता है, और अब दोनों देश रक्षा उद्योग और उपकरण खरीद जैसे क्षेत्रों में और सहयोग की संभावनाएं तलाश रहे हैं।