Sanjay Nishad Controversy Remarks: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद ने पुलिस को लेकर एक विवादित बयान दिया है, जिसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। सुल्तानपुर में एक जनसभा के दौरान संजय निषाद ने पुलिसकर्मियों को हड़काते हुए कहा कि हम यहां ऐसे नहीं पहुंचे हैं। 7 दरोगा के हाथ-पैर तुड़वाकर उसे गड्ढे में फेंकवा कर तब मैं यहां पहुंचा हूं। उनकी विवादास्पद टिप्पणी की एक क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। योगी के मंत्री ने पुलिस को धमकी देते हुए कहा कि वह गलत तरीके से फंसाने वाले लोगों को "खत्म" कर देंगे।
एक वायरल वीडियो में संजय निषाद ने कहा, "यहां ऐसे ही नहीं पहुंचा हूं... सात दरोगा के हाथ पैर तुड़वाकर... उसे गड्ढे में फेंकवा कर तब डॉक्टर संजय यहां पर आया है।" उन्होंने आगे कहा, "मुझे सब मालूम है कौन फर्जी फंसा रहा है। उसे मैं खत्म करा दूंगा। मैं महिलाओं और गरीबों के लिए पैदा हुआ हूं। अगर मैं महल में था और सड़क पर आया हूं, तो तुम्हारे लिए आया हूं। और किसी के लिए नहीं आया हूं।" मंत्री ने ये बातें तब कही जब एक महिला ने स्थानीय थाने के दरोगा की शिकायत की थी।
मंत्री निशाद ने लोगों से नौकरशाही में उलझने के बजाय तुरंत उनसे संपर्क करने का आग्रह किया। उन्होंने दावा किया कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सूचित करके पांच मिनट के भीतर मामलों को हल कर सकते हैं। निशाद ने इस बात पर जोर दिया कि उनके समुदाय का अब राजनीतिक प्रतिनिधित्व है। देश संविधान द्वारा शासित है, जिसे उन्होंने अपने पूर्वजों ने बचाव किया था।
न्यूज 18 के मुताबिक उन्होंने जनसभा में मौजूद जनता से कहा, "आप लोगों की कमी है। आप लोग हमें तुरंत बताते नहीं हो। मैं पांच मिनट में मुख्यमंत्री को बता दूं। पांच मिनट में सही हो जाएगा। आप लोग देर से लिखते हो, जेल चले जाते हो तब बताते हो।"
निशाद ने आगे कहा, "मेरा मोबाइल नंबर सबके पास है। नहीं है तो नेट से निकाल लो। फोन नहीं करो तो हमें SMS भेज दो। खाली लिखकर भेज दो कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है। मैं किसी PA से नहीं बताता हूं। एक बार डीएम से एसपी को...और पांच मिनट में रिप्लाई नहीं आया तो मुख्यमंत्री के यहां भेज देता हूं।"
दरअसल, नवभारत टाइम्स के मुताबिक 14 मार्च को होली के दिन सुल्तानपुर के शाहपुर गांव में रंग खेलने को लेकर दलित और निषाद परिवार में विवाद हो गया था। इस दौरान मारपीट में 65 साल की एक दलित महिला की मौत हो गई। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर शाहपुर गांव के प्रधान कृष्णा कुमार निषाद समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। साथ ही ग्राम प्रधान समेत 4 लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया।
मंत्री संजय निषाद को जब इस बारे में पता चला तो वे भड़क गए। उन्होंने मंच से अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो लोग इस मामले में फर्जी फंसाए गए हैं उनका नाम निकलवा दें। उन्होंने इस बारे में डीएम और एसपी से भी बात की है। उन्होंने कहा कि वह अब मुख्यमंत्री से भी बात करेंगे। मंत्री ने कहा कि किसी भी निषाद भाई को पुलिस फर्जी परेशान नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि अगर कोई दरोगा किसी निषाद भाई को फर्जी मामले में फंसाने की कोशिश करेगा तो उसे जेल भिजवा दूंगा। निशाद की टिप्पणियों के जवाब में उत्तर प्रदेश कांग्रेस इकाई ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।