त्योहारों का सीजन शुरू होते ही ट्रेन टिकट की मारामारी बढ़ जाती है। हर साल दिवाली और छठ पूजा पर घर जाने वाले यात्रियों को टिकट न मिलने की समस्या झेलनी पड़ती है। लेकिन इस बार रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है। त्योहारों के दौरान ट्रेनों में भीड़ को देखते हुए रेलवे ने ऐसा कदम उठाया है, जिससे लोगों को ‘रिग्रेट’ स्टेटस यानी बुकिंग बंद का सामना नहीं करना पड़ेगा। रेलवे का ये फैसला यात्रियों के लिए तोहफे से कम नहीं है और इससे अब घर जाने की तैयारी करने वालों को टिकट की टेंशन नहीं रहेगी।
‘रिग्रेट’ स्टेटस पर ब्रेक, यात्रियों को मिलेगी राहत
IRCTC पर टिकट बुक करते वक्त अक्सर यात्रियों को ‘रिग्रेट’ स्टेटस दिखाई देता था, यानी ट्रेन में बुकिंग पूरी तरह बंद। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे ने उन ट्रेनों में कोच जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है जहां मांग सबसे ज्यादा है। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय के मुताबीक, ये पायलट प्रोजेक्ट सफल साबित हो रहा है और इससे यात्रियों को काफी राहत मिल रही है।
3000 कोच जोड़े गए, बढ़ाई जा सकती है संख्या
रेलवे ने बताया है कि अब तक 3000 अतिरिक्त कोच जोड़े जा चुके हैं और आवश्यकता पड़ने पर इस संख्या को और बढ़ाया जाएगा। ये कदम त्योहारों के दौरान पूर्वांचल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश जाने वाले यात्रियों के लिए वरदान साबित होगा। इसके साथ ही कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन भी किया जा रहा है, जिनका शेड्यूल धीरे-धीरे जारी किया जा रहा है।
अब कन्फर्म टिकट की तारीख भी बदल सकेंगे यात्री
रेलवे का एक और बड़ा बदलाव जनवरी 2026 से लागू होने जा रहा है। अब अगर किसी यात्री का कन्फर्म टिकट किसी वजह से काम न आ पाए, तो वो बिना टिकट कैंसिल किए यात्रा की तारीख बदल सकेगा।
मान लीजिए आपके पास 20 नवंबर को दिल्ली से पटना की कन्फर्म टिकट है, लेकिन योजना बदल गई। अब आप उसी टिकट को ऑनलाइन रीबुक कर 25 नवंबर के लिए बदल सकेंगे — वो भी बिना कोई कैंसिलेशन चार्ज दिए।
नई सुविधा कैसे करेगी काम?
यात्रियों को IRCTC वेबसाइट या ऐप पर ‘रीबुकिंग ऑप्शन’ मिलेगा, जहां वो उसी ट्रेन में नई तारीख चुन सकेंगे। अगर उस दिन सीटें उपलब्ध हैं, तो नया टिकट कन्फर्म हो जाएगा। हालांकि, कन्फर्म सीट की गारंटी सीट अवेलेबिलिटी पर निर्भर करेगी और अगर किराए में फर्क है तो उतनी राशि देनी होगी।
पुराने नियमों से मिली राहत
अभी की व्यवस्था में तारीख बदलने के लिए टिकट कैंसिल कर नया टिकट लेना पड़ता है, जिसमें भारी कटौती होती है। उदाहरण के तौर पर AC फर्स्ट क्लास में ₹240 + GST, AC 3 टियर में ₹180 + GST तक कट जाता है। चार्ट बनने के बाद तो रिफंड भी नहीं मिलता। नया सिस्टम यात्रियों को इन झंझटों से पूरी तरह मुक्त कर देगा।
आधार वेरिफिकेशन से फर्जी बुकिंग पर लगेगी लगाम
1 अक्टूबर से रेलवे ने जनरल रिजर्वेशन टिकट बुकिंग में भी ई-आधार वेरिफिकेशन जरूरी कर दिया है। इसका मकसद है एजेंट्स द्वारा टिकटों की कालाबजारी और फर्जी आईडी से की जाने वाली बुकिंग पर रोक लगाना। ये नियम टिकट खुलने के पहले 15 मिनट के भीतर लागू रहेगा।