Reuters Withheld in India: भारत सरकार ने ब्रिटेन की मशहूर न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' के अकाउंट को ब्लॉक करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X को कोई भी निर्देश नहीं दिया है। सूत्रों ने रविवार (6 जुलाई) को बताया कि हो सकता है कि किसी तकनीकी समस्या की वजह से अकाउंट ब्लॉक हो गया हो। दरअसल, भारत में शनिवार (5 जुलाई) को ग्लोबल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट अचानक से ब्लॉक कर दिया गया। इससे दुनियाभर में भ्रम और चिंता पैदा हो गई।
भारत में @Reuters हैंडल को देखने का प्रयास करने वाले यूजर्स को एक संदेश मिला जिसमें कहा गया था, "कानूनी मांग के जवाब में @रॉयटर्स को भारत में रोक दिया गया है।" रॉयटर्स (Reuters) के X अकाउंट को भारत में ब्लॉक किए जाने के एक दिन बाद सूत्रों ने रविवार (6 जुलाई) को 'न्यूज 18' को बताया कि भारत सरकार ने सोशल मीडिया दिग्गज से न्यूज एजेंसी के हैंडल को ब्लॉक करने के लिए नहीं कहा।
सूत्रों ने कहा कि भारत सरकार चाहती है कि एजेंसी देश में काम करे। सूत्रों ने कहा कि भारत में अकाउंट को ब्लॉक करना X की ओर से तकनीकी समस्या या भ्रम की स्थिति जैसा लगता है। शनिवार देर शाम तक अकाउंट ब्लॉक होने को लेकर भारतीय अधिकारियों या X की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई।
सरकार के सूत्रों ने कहा, "सरकार ने X को रॉयटर्स को ब्लॉक करने के लिए नहीं कहा। हमने एक्स से पूछा है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। रॉयटर्स के कई अन्य हैंडल अभी भी भारत में मौजूद हैं, जिससे पता चलता है कि सरकार भारत में रॉयटर्स को बने रहना चाहती है। ऐसा लगता है कि यह एक्स की ओर से तकनीकी समस्या या भ्रम है।"
सूत्रों ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान सैकड़ों अन्य अकाउंट के साथ-साथ रॉयटर्स के X अकाउंट को भी बैन करने की मांग की गई थी। हालांकि, कई अकाउंट को भारत में बैन कर दिया गया था लेकिन तब रॉयटर्स के अकाउंट को बंद नहीं किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, एलॉन मस्क के स्वामित्व वाले X ने अब उस अनुरोध पर कार्रवाई की है और भारत में रॉयटर्स के एक्स हैंडल को बैन कर दिया है। अब चूंकि यह मुद्दा प्रासंगिक नहीं है। इसलिए सरकार ने X से इस कदम के बारे में स्पष्टीकरण देने और प्रतिबंध हटाने के लिए कहा है।
इस संबंध में एक आधिकारिक सूत्र ने पीटीआई से कहा, "7 मई को (ऑपरेशन सिंदूर के दौरान) एक आदेश जारी किया गया था, लेकिन उस पर क्रियान्वयन नहीं किया गया। ऐसा लगता है कि X ने अब उस आदेश को लागू किया है, जो उसकी ओर से एक गलती है। सरकार ने इसे जल्द से जल्द दूर करने के लिए X से संपर्क किया है।"
शनिवार को @ReutersWorld अकाउंट भी भारत के भीतर ब्लॉक हो गया। इस कार्रवाई के पीछे का सटीक कारण अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालाकि, रॉयटर्स से जुड़े अन्य अन्य X हैंडल रॉयटर्स जैसे टेक न्यूज, रॉयटर्स फैक्ट चेक, रॉयटर्स पिक्चर्स, रॉयटर्स एशिया और रॉयटर्स चाइना भारत में चालू हैं।
X की कंटेंट पॉलिसी के अनुसार, यदि प्लेटफॉर्म को "वैध कानूनी मांग" प्राप्त होती है, जैसे कि न्यायालय का आदेश या स्थानीय कानूनों के आधार पर अनुरोध, तो अकाउंट या पोस्ट को विशिष्ट देशों में ब्लॉक जा सकता है। कंपनी आमतौर पर समर्पित कानूनी और सहायता चैनलों के माध्यम से ऐसी मांगों को संसाधित करती है। अकाउंट ब्लॉक होने के बाद सोशल मीडिया पर एक नई बहस शुरू हो गई है।