Shaniwar Wada Namaz Row: महाराष्ट्र में पुणे शहर के ऐतिहासिक 'शनिवार वाडा' में मुस्लिम महिलाओं के नमाज अदा करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। 'शनिवार वाडा' में नमाज अदा करने से भड़के हिंदू संगठनों ने गोमूत्र छिड़ककर उस जगह को 'शुद्ध' किया। 'शनिवार वाडा' किले के परिसर में नमाज़ पढ़ते हुए तीन अज्ञात महिलाओं का एक वीडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष (AMASR) नियम, 1959 के प्रावधानों के तहत संरक्षित स्मारकों पर लागू प्रतिबंधों का कथित रूप से उल्लंघन करने के आरोप में FIR दर्ज की गई है।
यह वीडियो भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राज्यसभा सदस्य मेधा कुलकर्णी ने X पर पोस्ट किया और मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने सैकड़ों लोगों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए पत्रकारों से कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है। शनिवार वाडा नमाज अदा करने की जगह नहीं है। हम प्रशासन से इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।"
विरोध प्रदर्शन में 'पतित पावन संगठन' और 'हिंदू सकल समाज' शामिल थे। उन्होंने नमाज की घटना के बाद उस जगह को 'शुद्ध' करने के प्रयास के तहत वहां गोमूत्र छिड़का और ‘शिव वंदना’ की। इस मुद्दे पर पुलिस उपायुक्त कृषिकेश रावले ने कहा कि यह जगह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधीन है।
'शनिवार वाडा' 1736 में पेशवाओं द्वारा बनवाए गए एक 13 मंजिला महल था। इसे पेशवा शक्ति के केंद्र और पुणे के इतिहास और संस्कृति के प्रतीक के रूप में प्रतिष्ठित दर्जा प्राप्त है। साल 1828 में आग लगने से यह नष्ट हो गया था। अब यहां केवल किले की दीवारें और विशाल कीलों से जड़े दरवाजे ही बचे हैं।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगी इस मुद्दे पर बंट गए हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) ने बीजेपी नेता मुरलीधर मोहोल और स्थानीय विधायक सिद्धार्थ शिरोले के सहयोगी कुलकर्णी पर इलाके को "शुद्ध" करने की कोशिश करके मामले को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने मांग की है कि कुलकर्णी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।
यह घटना शनिवार दोपहर करीब 1:45 बजे हुई, जिसके बाद ASI के एक अधिकारी ने पुणे सिटी पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। वायरल वीडियो के विरोध में रविवार को बीजेपी सांसद मेधा कुलकर्णी और एक स्थानीय दक्षिणपंथी संगठन के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने नमाज अदा करने वाली जगह पर शुद्धिकरण की रस्में भी निभाईं। इसके बाद पुलिस ने शनिवार वाडा परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है।
इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने कहा कि शनिवार वाडा हिंदू शौर्य का प्रतीक है। वह समुदाय के दिल के करीब है। महिलाओं द्वारा नमाज अदा करने और उसके बाद शुद्धिकरण वाले वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए राणे ने सवाल किया कि क्या मुस्लिम समुदाय हिंदुओं को हाजी अली में हनुमान चालीसा का पाठ करने की अनुमति देगा।