Banke Bihari temple: सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में 54 साल बाद फिर खोला जाएगा बांके बिहारी मंदिर का खजाना, जानिए क्या-क्या खास है इसमें?

वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर कृष्ण भक्तों की आस्था का केंद्र है। इसके गर्भग्रह के नीचे बने तोषखाने में भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित खजाने में कई बेश्कीमती चीजें रखी हैं। खबर है कि ये खजाना सुप्रीम कोर्ट की हाईपावर कमेटी की निगरानी में खोला जाएगा। आइए जानें इसमें क्या-क्या रखा है?

अपडेटेड Sep 15, 2025 पर 12:38 PM
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सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति की निगरानी में 54 साल बाद खोला जाएगा मंदिर का खजाना।

श्रीकृष्ण भक्तों की आस्था का केंद्र बांके बिहारी मंदिर के तोषखाने को खोलने का फैसला किया गया है। इसे सुप्रीम कोर्ट की उच्चाधिकार प्राप्त समिति की निगरानी में खोला जाएगा। इसे खोलने का फैसला मंदिर समिति की बैठक में लिया गया है। यह तोषखाना बांके बिहारी मंदिर के गर्भग्रह के ठीक नीचे स्थित है। बजाया जा रहा है कि इस खजाने में भरतपुर, करौली और ग्वालियर राज्यों के साथ-साथ सीलबंद दस्तावेज, उपहार, प्रशंसा पत्र, भूमि के दस्तावेज, दान की गई इमारतें, मंदिर और खेत भी शामिल हैं।

स्थानीय सूत्रों का दावा है कि इसे 1971 में मंदिर समिति के अध्यक्ष प्यारेलाल गोयल की निगरानी में खोला गया था। इसके बाद खजाने से निकाले गए आभूषणों को एक बक्से में बंद कर और मथुरा के भूतेश्वर स्थित स्टेट बैंक के लॉकर में रख दिया गया था। इसकी लिस्ट समिति के सभी सदस्यों को उपलब्ध कराई गई थी। इतिहासकारों के मुताबिक इसका निर्माण 1864 में वैष्णव परंपरा के अनुसार किया गया था।

मंदिर की समिति में ये हैं शामिल

बांके बिहारी मंदिर उच्चाधिकार प्रबंध समिति की बैठक में सेवानिवृत्त जिला जज मुकेश मिश्रा, जिला जज विकास कुमार, सिविल जज शिप्रा दुबे, डीएम चंद्र प्रकाश सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार, कमिश्नर जग प्रवेश, एमवीडीए उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह, एएसआई पुरातत्वविद डॉ. स्मिता एस कुमार और सेवायत शैलेंद्र गोस्वामी, वरदान गोस्वामी, दिनेश गोस्वामी और विजय कृष्ण गोस्वामी बब्बू मौजूद रहे।

समिति की बैठक में पारित हुए 9 अहम प्रस्ताव

विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में फैली अव्यवस्थाओं और सुरक्षा के लिहाज से उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति ने अब तक 5 बैठकें की हैं। इसमें श्रद्धालुओं के लिए 9 महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए हैं।


खजाने में हैं ये बेश्कीमती चीजें

मंदिर के गर्भगृह के नीचे बने तोषखाने को खोलने की वीडियोग्राफी की जाएगी और इसकी रिपोर्ट संयुक्त हस्ताक्षर के साथ हाईपावर कमेटी को सौंपी जाएगी।

क्या है खजाने में?

  • पन्ना का मोरनी हार
  • सहस्त्र फनी रजत शेषनाग
  • स्वर्ण कलश में रखे गए नवरत्न
  • दुर्लभ आभूषण व गहने

सुरक्षा में सेवानिवृत्त सैनिकों की नियुक्ति पर विचार

मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने की योजना पर मंदिर की उच्चाधिकार प्रबंध समिति काम कर रही है। सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मियों या सेवानिवृत्त सैनिकों की सेवाएं लेने की योजना पर काम चल रहा है।

ब्रिटिश काल में दो बार हो चुकी है चोरी

बांके बिहारी मंदिर के खजाने में कड़ी सुरक्षा के बावजूद दो बार चोरी हो चुकी है। ब्रिटिश काल में 1926 और 1936 में इसमें चोरी हो चुकी है।

इस तरह की घटनाओं के बाद, मुख्य तहखाने का दरवाजा बंद कर दिया गया था, जिससे चढ़ावे के लिए सिर्फ एक छोटी सी खिड़की खुली छोड़ी गई थी। 2002 और 2004 में खजाना खोलने की दो बाद कोशिश की गई थी। लेकिन आधिकारिक अनुमति के अभाव में ये प्रयास असफल रहे थे।

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First Published: Sep 15, 2025 12:03 PM

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