भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है। इसलिए इससे जुड़े नियमों का हम सभी को पालन करना चाहिए। आमतौर पर लंबी दूरी के लिए लोग ट्रेन के जरिए सफर करना आरामदायक समझते हैं। लेकिन अब ट्रेनों में टिकट मिलना भी आसान नहीं रह गया है। ट्रेनों में हमेशा भीड़ बनी रहती है। फेस्टिव सीजन में तो हालत बेहद खस्ता हो जाते हैं। ऐसे में रेलवे में अब यात्रियों को सिर्फ कन्फर्म टिकट मुहैया कराने की तैयारी में है। इस बात की जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में दी है।
बता दें कि बिना टिकट के यात्रा करने सबसे आम अपराध है। यदि आप भारतीय रेलवे में बिना टिकट के यात्रा करते पकड़े जाते हैं, तो आपको जुर्माना भरना होगा। अगर आपके पास पैसे नहीं है या आप जुर्माना भरने से मना करते हैं। तब ऐसी स्थिति में यात्री को आरपीएफ को सौंप दिया जाता है। इसके साथ ही रेलवे अधिनियम धारा 137 के तहत मामला दर्ज किया जाता है। आरपीएफ इन यात्रियों को रजिस्ट्रार के सामने पेश करता है। ऐसे में उन पर 1000 रुपये का जुमार्ना लगता है। जुर्माना न भरने पर 6 महीने की जेल भी हो सकती है।
ट्रेन में जितनी सीटें, उतने ही मिलेंगे टिकट
दरअसल, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में रेलवे से जुड़े सवालों के जवाब देते हुए कई अहम जानकारी दी। रेल मंत्री ने बताया कि ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सीट के हिसाब से ही टिकट जारी किए जाएंगे। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे की कोशिश है कि ट्रेनों में जितनी सीट उपलब्ध हों। उतने ही टिकट जारी किए जाएं। ताकि, ट्रेन में कन्फर्म सीट के साथ सफर करने वाले यात्रियों को वेटिंग टिकट वाले यात्रियों की वजह से असुविधा का सामना न करना पड़े।
सेफ्टी पर रेलवे का खास फोकस
अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया कि रेलवे का सेफ्टी पर ज्यादा फोकस रहता है। कई टेक्निकल बदलाव किए गए हैं। लॉन्गर रेल, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, फॉग सेफ्टी डिवाइस और कई बड़े कदम उठाकर भारतीय रेल में लगातार सुधार किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत रेलवे का बड़ा एक्सपोर्टर बन गया है। ऑस्ट्रेलिया को मेट्रो कोच निर्यात करने के अलावा, हमारा देश यूनाइटेड किंगडम, सऊदी अरब और फ्रांस को रेल कोच और मैक्सिको, स्पेन, जर्मनी, इटली को ऑपरेशनल इक्विपमेंट एक्सपोक्ट कर रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही बिहार का लोकोमोटिव और तमिलनाडु में बने पहिए दुनिया भर में दौड़ेंगे।