UP News: रिश्वत जैसे अवैध लेन-देन अक्सर कैश में किए जाते हैं ताकि किसी को पता न चल सके। इसमें पकड़े जाने का खतरा कम होता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में 'डिजिटल रिश्वत' लेने का एक दुर्लभ मामला सामने आया है, जिसके स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एसओ हथिगवां की बेटी के बैंक अकाउंट में भेजे गए रिश्वत के पैसों का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ है। एसओ का कहना है कि उन्होंने कैश रुपये दिए थे।
यूपी पुलिस ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच के दौरान उनसे बैंक अकाउंट से कैश निकासी का डिटेल्स मांगा जाएगा। इससे मामले की वास्तविक स्थिति स्पष्ट होगी। NDTV के मुताबिक, लंबे समय से हथिगवां थाने के प्रभारी पद पर तैनात नंदलाल पर अपनी पत्नी और बेटी सहित अपने परिवार के सदस्यों और अन्य परिचितों को रिश्वत ट्रांसफर करवाने का आरोप है।
फरवरी और अगस्त में किए गए कुछ लेन-देन के वायरल स्क्रीनशॉट में कथित तौर पर आरोपी पुलिसकर्मी के परिवार के एक सदस्य को 25,000 रुपये तक की रकम ट्रांसफर होते हुए दिखाई दे रही है। इसके अलावा, इसी जिले के लीलापुर थाने से रिश्वतखोरी का एक और मामला सामने आया है। इस थाने के दो कांस्टेबलों को एक स्थानीय त्योहार के दौरान दुकानदारों से कथित तौर पर रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि लालगंज थाने के क्षेत्राधिकारी की प्रारंभिक जांच के आधार पर कांस्टेबल प्रेमवीर सिंह और गौरव यादव के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। एसपी कुमार ने कहा, "हमें लीलापुर थाने के दो कांस्टेबलों के खिलाफ रिश्वतखोरी की शिकायत मिली थी। सीओ की रिपोर्ट के आधार पर दोनों कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।"
दैनिक भास्कर के मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने रिश्वत की राशि ऑनलाइन बैंक अकाउंट में ली थी। इस मामले में एसओ हथिगवां के एक दरोगा और लीलापुर के पुलिसकर्मियों की जांच अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय करेंगे। दोनों निलंबित सिपाहियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई जारी है।