अमेरिका के 50 फीसदी टैरिफ का असर सितंबर में भारत के एक्सपोर्ट पर पड़ा है। भारत ने स्थिति से निपटने के लिए यूएई, स्पेन, चीन और इटली जैसे देशों को निर्यात बढ़ाया है। एक्सपोर्ट के ताजा डेटा से इसका पता चला है। अगस्त के मुकाबले सितंबर में अमेरिका को निर्यात 21 फीसदी घटा है। पिछले साल सितंबर के मुकाबले यह करीब 12 फीसदी घटा है।
कॉटन गारमेंट्स का एक्सपोर्ट 25 फीसदी घटा
भारत अमेरिका को कॉटन गारमेंट्स और ऐसी दूसरी चीजों का ज्यादा एक्सपोर्ट करता है। इन चीजों का निर्यात इस साल सितंबर में पिछले साल सितंबर के मुकाबले 25 फीसदी और इस साल अगस्त के मुकाबले 34 फीसदी कम रहा। लेकिन, सितंबर में इटली को इन चीजों का निर्यात अगस्त के मुकाबले 15 फीसदी बढ़ा। पिछले साल सितंबर के मुकाबले यह दोगुना रहा। कॉमर्स मिनिस्ट्री के डेटा से यह जानकारी मिली है।
सितंबर में चीन को एक्सपोर्ट 60 फीसदी बढ़ा
अमेरिका को सितंबर में मरीन प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट में पिछले साल सितंबर के मुकाबले करीब 27 फीसदी गिरावट आई। हालांकि, इस साल अगस्त की तुलना में यह करीब 2 फीसदी बढ़ा। इसके उलट चीन को एक्सपोर्ट पिछले साल सितंबर के मुकाबले करीब 60 फीसदी ज्यादा रहा। इस साल अगस्त के मुकाबले यह 65 फीसदी ज्यादा रहा। थाईलैंड, वियतनाम और बेल्जियम को मरीन प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट में भी इजाफा देखने को मिला।
अमेरिका को गोल्ड और प्रेसियस ज्वेलरी का एक्सपोर्ट घटा
इंडिया से जेम्स एंड ज्वेलरी और लेदर गुड्स के एक्सपोर्ट में भी डायवर्सिफिकेशन देखने को मिला। इंडिया इन प्रोडक्ट्स का काफी ज्यादा एक्सपोर्ट अमेरिका को करता था। सितंबर में अमेरिका को इन प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट में गिरावट आई। अमेरिका को गोल्ड और दूसरे प्रेसियस मेटल ज्वेलरी का एक्सपोर्ट सितंबर में साल दर साल आधार पर 71 फीसदी रहा। अगस्त के मुकाबले यह 54 फीसदी कम रहा। लेकिन, सितंबर में यूएई को एक्सपोर्ट अगस्त के मुकाबले करीब 27 फीसदी बढ़ा।
यूएई, स्पेन और बांग्लादेश को एक्सपोर्ट बढ़ा
एलारा कैपिटल के चीफ इकोनॉमिस्ट गरिमा कपूर ने कहा कि एक्सपोर्ट्स के डायवर्सिफिकेशन से अमेरिकी टैरिफ के निगेटिव असर से निपटने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि यूएई, चीन और बांग्लादेश को एक्सपोर्ट में इजाफा देखने को मिला। यूएई को एक्सपोर्ट 24 फीसदी, स्पेन को 151 फीसदी, चीन को 34 फीसदी और बांग्लादेश को 23 फीसदी बढ़ा। हालांकि, अमेरिका अब भी एक्सपोर्ट के मामले में इंडिया का सबसे बड़ा डेस्टिनेशन है। इसके बाद यूएई, नीदरलैंड्स, चीन, यूके और जर्मनी का नंबर रहा।