NEW US Visa Rules: अगर आप अमेरिका जाने का सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। अमेरिकी विदेश विभाग ने गैर-अप्रवासी वीजा श्रेणियों के लिए अपने वैश्विक नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब आपको वीजा इंटरव्यू सिर्फ अपने गृह देश या उस देश में बुक करना होगा जहां आप कानूनी रूप से रह रहे हैं। इस नए नियम से भारतीय आवेदकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं, खासकर उन लोगों की जो अक्सर यात्रा करते रहते हैं।
यह बदलाव तीसरे देश में इंटरव्यू शेड्यूल करने की सुविधा को खत्म कर देता है। अब तक, कई भारतीय अपने देश में लंबे इंतजार से बचने के लिए सिंगापुर, थाईलैंड या दुबई जैसे देशों में इंटरव्यू बुक करते थे। अब यह रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है। अगर कोई व्यक्ति गलत अधिकार क्षेत्र में आवेदन करता है तो उसे आवेदन रिजेक्ट होने का खतरा होगा और फीस भी वापस नहीं मिलेगी। यह नियम पर्यटन, बिजनेस, छात्र और कामगार सहित सभी वीजा श्रेणियों पर लागू होगा।
भारतीयों पर क्या होगा असर?
यह नियम भारत के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि भारत दुनिया में अमेरिकी वीजा आवेदकों के सबसे बड़े स्रोतों में से एक है। कोविड महामारी के दौरान भारत में वीजा अपॉइंटमेंट का बैकलॉग तीन साल तक बढ़ गया था। तीसरे देश में आवेदन करने का विकल्प उन लोगों के लिए एक लाइफलाइन था, जिन्हें अर्जेंट यात्रा करनी होती थी। अब यह सुविधा खत्म हो गई है, जिससे सबसे ज्यादा प्रभावित पर्यटक और बिजनेस ट्रैवलर्स होंगे। इस बदलाव से भारत के पहले से ही व्यस्त वीजा सिस्टम पर और दबाव बढ़ेगा, जिससे वेटिंग टाइम और भी बढ़ सकता है।
क्यों लागू किया गया यह नियम?
अमेरिका ने यह कदम 'वीजा शॉपिंग' को रोकने के लिए उठाया है, जहां लोग सिर्फ जल्दी स्लॉट पाने के लिए किसी भी देश में आवेदन कर देते थे, भले ही वे वहां के निवासी न हों। नए नियम का उद्देश्य कांसुलर कामकाज को व्यवस्थित करना, प्रशासनिक दबाव को कम करना और सुरक्षा जांच को मजबूत करना है। यह नियम गैर-अप्रवासी वीज़ा इंटरव्यू छूट कार्यक्रम में भी बदलावों के साथ आया है, जिससे जांच को और कड़ा किया गया है।
इस नियम के अलावा, अमेरिका ने कुछ और महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है:
इन-पर्सन इंटरव्यू: सितंबर 2025 से अधिकांश आवेदकों के लिए इन-पर्सन इंटरव्यू अनिवार्य होगा, जिसमें 14 साल से कम उम्र के बच्चे और 79 साल से ऊपर के बुजुर्ग भी शामिल होंगे, जिन्हें पहले छूट मिलती थी।
नई फीस: 2026 से एक नई वीजा इंटीग्रिटी फीस (लगभग $250) भी लगाई जाएगी, जो एक रिफंडेबल डिपॉजिट के तौर पर काम करेगी।
वीजा आवेदकों को किन बातों का रखना चाहिए ध्यान?
अब आवेदकों को अपनी यात्रा के लिए बहुत पहले से योजना बनानी होगी। चाहे वह छुट्टी के लिए हो, पढ़ाई के लिए हो या काम के लिए, भारतीयों को अपनी यात्रा से कई महीने पहले आवेदन प्रक्रिया शुरू करनी होगी। साथ ही अब निवास का प्रमाण (जैसे रेंटल एग्रीमेंट या यूटिलिटी बिल) दिखाना अनिवार्य होगा। गलत जगह आवेदन करने से बचें क्योंकि इससे शुल्क का नुकसान होगा और आवेदन रिजेक्ट भी हो सकता है।