Vande Bharat Express: महाराष्ट्र वासियों को चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का तोहफा मिला है। भारतीय रेलवे ने पुणे से चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू करने की घोषणा की है। रेलवे के मुताबिक, इससे भारत के अन्य शहरों से कनेक्टिविटी में व्यापक सुधार होगा। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ये नए रूट पुणे-शेगांव, पुणे-वडोदरा, पुणे-सिकंदराबाद और पुणे-बेलगांव हैं। फिलहाल, पुणे से दो वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं।
ये ट्रेनें पुणे-कोल्हापुर और पुणे-हुबली रूट पर चलती हैं। TOI की रिपोर्ट के अनुसार, इन चार नए रूटों के शुरू होने के साथ पुणे से चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों की कुल संख्या बढ़कर अब 6 हो जाएगी।
पुणे-सिकंदराबाद वंदे भारत
रिपोर्ट के अनुसार, इन नई ट्रेनों के टिकट की कीमतें रूट और कैटेगरी के आधार पर 1,500 रुपये से 2,000 रुपये के बीच होने की उम्मीद है। ये ट्रेनें वंदे भारत बेड़े की मानक सुविधाओं, एर्गोनॉमिक सीटिंग, ऑटोमेटिक गेट, ऑनबोर्ड वाई-फाई, आधुनिक टॉयलेट और हाई सिक्योरिटी सिस्टम से लैस होंगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन चार नए रूटों के अलावा, पुणे से नागपुर के लिए एक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन भी चलाने की योजना है। रिपोर्ट के अनुसार, अभी आधिकारिक टाइमटेबल और अन्य डिटेल्स की जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
इस बीच, उत्तर रेलवे ने श्रीनगर शहर और जम्मू-कश्मीर के कटरा शहर के बीच वंदे भारत ट्रेन का कमर्शियल ऑपरेशन शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन का कमर्शियल ऑपरेशन को शुरू हो गया है, जिसे 6 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी। यह रेल सेवा रियासी जिले के कटरा कस्बे को कश्मीर घाटी से जोड़ती है। जम्मू रेलवे स्टेशन पर विस्तार कार्य पूरा होने के बाद इस साल सितंबर में जम्मू से घाटी तक रेल सेवा संचालित होगी।
अत्याधुनिक वंदे भारत ट्रेन को इस क्षेत्र में तापमान की चरम सीमाओं और मौसम की अनिश्चितताओं के अनुरूप बनाया गया है। केंद्रीय रूप से गर्म, केबिन में चार्जिंग पॉइंट, आरामदायक बैठने की व्यवस्था, यात्रियों के लिए भोजन की सुविधा और ड्राइवर की विंडशील्ड के लिए डीफ्रॉस्टिंग तकनीक इस ट्रेन की कुछ विशेषताएं हैं।
मौसम और सड़क की स्थिति ठीक रहने पर कटरा से श्रीनगर तक सड़क मार्ग से आठ घंटे का समय लगेगा। वंदे भारत ट्रेन कटरा से श्रीनगर तक तीन घंटे का समय लेगी। कटरा और श्रीनगर के बीच रेल ट्रैक पर 36 सुरंगें और सैकड़ों पुल हैं, जिनमें चिनााव रेलवे पुल भी शामिल है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा पुल है और पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है।
इस रेल लिंक पर अंजी केबल-स्टेड ब्रिज देश का पहला ऐसा रेलवे ब्रिज है। इन दोनों पुलों को इंजीनियरिंग का चमत्कार माना जाता है, जिसके लिए भारतीय रेलवे ने दुनिया भर से सराहना अर्जित की है। अधिकारियों ने बताया कि मांग के आधार पर मालगाड़ी भी ट्रैक पर चलाई जाएगी।