तमिलनाडु के करूर में तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) प्रमुख विजय की एक विशाल राजनीतिक रैली में हजारों लोगों के इकट्ठा होने के बाद भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 36 लोगों की दुखद मौत हो गई। भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोग बेहोश हो गए और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस घटना के बाद अभिनेता से राजनेता बने विजय इस घातक भगदड़ के बाद शनिवार को तिरुचिरापल्ली एयरपोर्ट पर देखा गया। अब सवाल उठ रहे हैं कि इतनी बड़ी घटना के बाद विजय इस तरह से क्यों निकल गए।
अभिनेता से नेता बने इस नेता ने भीड़-भाड़ वाली रैली में बच्चों समेत कई लोगों के बेहोश होने पर अचानक अपना भाषण खत्म कर दिया था। करूर में उनकी रैली में जब लोग बेहोश हो रहे थे, तो उन्हें यह कहते सुना गया, "पुलिस, कृपया मदद करें।" उन्होंने रैली में घुटन महसूस कर रहे लोगों को पानी भी पिलाया और उनके लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय ने टीवीके विजय की करूर रैली में भगदड़ की घटना पर तमिलनाडु सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
DMK प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने करूर भगदड़ को लेकर विजय की कड़ी आलोचना की और सवाल किया कि आयोजकों ने सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया। उन्होंने आगे पूछा, "विजय कहां हैं? अब वे कहां छिपे हैं?" और उन पर इस त्रासदी में 36 लोगों की मौत का जिम्मेदार होने का आरोप लगाया।
तिरुचिरापल्ली और सलेम से 40 से ज्यादा डॉक्टर तैनात
तमिलनाडु के अधिकारियों के अनुसार, भगदड़ में आठ बच्चों और 16 महिलाओं सहित कम से कम 36 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 62 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तिरुचिरापल्ली और सलेम से 40 से ज्यादा डॉक्टरों को इलाके में तैनात किया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विजय के रैली को संबोधित करते समय भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। रैली में बेहोश होने वालों में कुछ बच्चे भी शामिल थे।
सोशल मीडिया पर TVK का पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें पार्टी ने करूर में विजय की रैली के लिए पुलिस से अनुमति मांगते हुए कहा कि रैली में 10,000 लोगों के आने की उम्मीद है। लेकिन, ऐसा लगता है कि पुलिस की तरफ से लागू किए गए सभी नियमों का उल्लंघन किया गया और इसी वजह से भगदड़ मच गई।